
अंतर्राष्ट्रीय कंडोम दिवस (सोशल मीडिया)
International Condom Day is Celebrated on 13 February: वैलेंटाइन वीक की शुरुआत 7 फरवरी से होती है और इसका समापन 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे के साथ होता है. यह दिन प्रेमी जोड़ों के लिए बेहद खास माना जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि वैलेंटाइन डे से ठीक एक दिन पहले, यानी 13 फरवरी को इंटरनेशनल कंडोम डे मनाया जाता है?
इस दिन को मनाने का उद्देश्य यौन संबंधों के दौरान सुरक्षा को बढ़ावा देना और लोगों को इसके प्रति जागरूक करना है.
कैसे हुई इंटरनेशनल कंडोम डे की शुरुआत?
इंटरनेशनल कंडोम डे की शुरुआत एड्स हेल्थकेयर फाउंडेशन (AHF) ने वर्ष 2009 में की थी. इसका मुख्य उद्देश्य सुरक्षित यौन संबंधों को बढ़ावा देना और कंडोम के उपयोग को प्रोत्साहित करना था. चूंकि वैलेंटाइन डे के दौरान अधिकतर प्रेमी जोड़े अपने रिश्ते को एक नया मोड़ देते हैं, ऐसे में यौन सुरक्षा को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए इंटरनेशनल कंडोम डे को 13 फरवरी को मनाने का निर्णय लिया गया.
वैलेंटाइन वीक की पूरी लिस्ट
Valentine Week की शुरुआत 7 फरवरी से होती है और इसमें अलग-अलग दिनों का विशेष महत्व होता है…
- 7 फरवरी – Roes Day
- 8 फरवरी – Propose day
- 9 फरवरी – Chocolate Day
- 10 फरवरी – Teddy Day
- 11 फरवरी – Promise Day
- 12 फरवरी – Hug Day
- 13 फरवरी – Kiss Day and International Condom Day
- 14 फरवरी – Valentine’s Day
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इंटरनेशनल कंडोम डे का महत्व
कई लोगों के मन में अभी भी कंडोम के उपयोग को लेकर भ्रम और गलतफहमियां बनी हुई हैं. कंडोम का उपयोग सिर्फ अनचाही गर्भावस्था रोकने के लिए ही नहीं, बल्कि एचआईवी (HIV), यौन संचारित संक्रमण (STI) और अन्य यौन रोगों से बचाव के लिए भी किया जाता है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, कंडोम एकमात्र ऐसा साधन है जो एक साथ एचआईवी, एसटीआई और अनियोजित गर्भावस्था को रोक सकता है. WHO का यह भी कहना है कि अब कंडोम को लेकर फिर से जागरूक होने, फिर से शिक्षित होने और इसके महत्व को समझने की जरूरत है.
एसटीआई (STI) क्या होता है?
एसटीआई (Sexually Transmitted Infections) यानी यौन संचारित संक्रमण उन बीमारियों को कहते हैं, जो असुरक्षित यौन संबंधों के कारण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलती हैं. ये संक्रमण त्वचा, रक्त, जननांगों के संपर्क में आने से फैल सकते हैं.
अगर कोई व्यक्ति कंडोम का उपयोग नहीं करता, तो उसे एसटीआई संक्रमण होने का खतरा रहता है. भारत में लगभग 6% वयस्क आबादी किसी न किसी तरह के एसटीआई संक्रमण से ग्रसित है.
इंटरनेशनल कंडोम डे क्यों जरूरी है?
- यौन सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए – इस दिन लोगों को बताया जाता है कि यौन संबंधों के दौरान सुरक्षा कितनी जरूरी है.
- यौन रोगों से बचाव – कंडोम का सही उपयोग करने से एचआईवी, गोनोरिया, सिफलिस और अन्य एसटीआई से बचा जा सकता है.
- अनचाही गर्भावस्था रोकने के लिए – कंडोम के नियमित और सही उपयोग से गर्भधारण को रोका जा सकता है.
- सुरक्षित भविष्य के लिए जागरूकता – युवाओं को सही जानकारी देकर उन्हें सुरक्षित संबंधों के प्रति जागरूक किया जाता है.
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-भारत एक्सप्रेस
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