चंद्रयान-3
Chandrayaan 3: कहते हैं कि कोई भी शुभ काम करने से पहले भगवान से आशीर्वाद लेना चाहिए. देश की अंतरिक्ष एजेंसी इसरो ने आज के अपने खास दिन यानी लॉन्चिंग से पहले कल गुरुवार 13 जुलाई 2023 की सुबह तिरुमाला स्थित श्री वेंकटेश्वर मंदिर में पूजा अर्चना की और इस महत्वूर्ण मिशन के की सफलता की कामना की. वहीं ज्योतिष में महत्वपूर्ण माने जा जाने वाले चन्द्रमा पर ही जब चांद उतरने जा रहा है तो ऐसे में ज्योतिष के अनुसार भी इस बात की जिज्ञासा बढ़ जाती है कि ज्योतिष और ग्रह दशाओं के अनुसार मिशन को लेकर क्या संभावनाए हैं.
चंद्रमा दिलाएगा चंद्रयान को सफलता
चंद्रयान-3 की लॉंन्चिंग के समय चंद्रमा सप्तम भाव में उच्च की स्थिति में रहेंगे. वहीं यह भाग्यस्थान के स्वामी भी हैं. ऐसे में यह समय लॉंन्चिंग और मिशन की कामयाबी के लिए अनुकूल है. इस दौरान चंद्रमा वृषभ राशि में अति उत्तम माने जाने वाली रोहिणी नक्षत्र में होंगे. मिशन के लिए अनुकूल ग्रह दशाएं होने के कारण यह मिशन सफलता की नई कहानी लिखेगा.
रहेगा इन ग्रहों का प्रभाव
चंद्रयान-3 के प्रक्षेपण के दौरान चंद्र, बुध और बृहस्पति का प्रभाव रहेगा. वहीं सावन के पावन महिने और शुक्रवार का दिन होने के कारण आज का दिन बेहद ही खास माना जा रहा है. हालांकि बुध के अष्टमेश होने और एकादेश होकर भाग्य स्थान में विराजित होने के अलावा बृहस्पति और राहु की स्थिति पर वक्री शनि की दृष्टि कुछ व्यवधान पैदा कर सकती है. सूर्य देव की स्थिति भी सामान्य है. ऐसे में मिशन के सफल होने की संभावना के आसार ज्यादा हैं.
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मंगल ही मंगल
बलकारी मंगल दशम भाव में शुक्र के साथ विराजमान हैं, जिससे इस मिशन को बल मिलेगा. इसके प्रति टीम की मेहनत और समर्पण भी विशेष रूप से देखने को मिलेगी.वहीं इस मिशन में बन रही ग्रह दशाओं के अनुसार महिला वैज्ञानिकों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी और उन्हें खास अवसर मिलेगा. उम्मीद है देश अंतरिक्ष के क्षेत्र में चंद्रयान-3 के जरिए नया किर्तिमान बनाएगा.
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