हनुमान चालीसा
Hanuman Chalisa: माना जाता है कि हनुमान चालीसा रामचरितमानस के रचयिता गोस्वामी तुलसीदास द्वारा लिखा गया है. गोस्वामी तुलसीदास ने हनुमान जी और राम जी के साक्षात दर्शन किए थे. पहले उन्हें हनुमान जी के दर्शन हुए और फिर हनुमान जी की कृपा से भगवान श्रीराम के दर्शन हुए.
कलयुग में हनुमान जी के अनेक चमत्कारों की कहानियां मिलती है. माना जाता है कि हनुमान जी को जरिया बनाकर प्रभु श्रीराम तक पहुंचा जा सकता है.
अगर आप हनुमान चालीसा पढ़ेंगे तो पाएंगे कि इसमें एक जगह लिखा गया है अष्ट सिद्धि नवनिधि के दाता अर्थात हनुमान जी अगर प्रसन्न हो गए तो आपको आठों प्रकार की सिद्धियां और नौ निधियां मिल सकती.
संकट कटे मिटे सब पीरा जो सुमिरे हनुमत बलबीरा
इसकी एक और पंक्ति में कहा गया है संकट कटे मिटे सब पीरा जो सुमिरे हनुमत बलबीरा. हनुमान जी ( Hanuman ji) से स्वयं भेंट करने वाले तुलसीदास जी का यह मानना था कि हनुमान जी अपने भक्तों के सभी कष्ट विपदा को किसी लेखनी की तरह मिटा डालते हैं. इसके लिए आपको बस रोज हनुमान जी (Hanuman Chalisa)का सुमिरन करना है.
इसे भी पढ़ें: Sundarkand And Hanuman ji: सुंदरकांड के पाठ से भागेगें भूत-प्रेत, शनि के प्रकोप से बचाएंगे हनुमान जी
हनुमान जी को याद दिलाएं उनकी शक्तियां
रामचरितमानस में यह बताया गया है कि हनुमान जी को उनकी शक्तियां याद दिलानी पड़ती है. इसलिए हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) में हनुमान जी की शक्तियों को याद दिलाया जाता है. अगर हनुमान जी को एक बार अपनी शक्तियां याद आ गई तो फिर वह कैसे भी बड़ी से बड़ी विपदा क्यों ना हो दूर हो जाती है.
वर्तमान में कलयुग चल रहा है. जिसमें मनुष्य की बुद्धि विवेक जवाब देने लगेगी. तरह तरह के राजसी प्रवृत्ति वाले लोगों से संत और सभ्य लोगों को खतरा बना रहेगा. जो सीधा है सच्चा है और शरीफ है उसे तमाम तरह के कष्ट उठाने पड़ सकते हैं. माना जाता है कि कलियुग में राक्षसी शक्तियों का बोलबाला रहेगा. ऐसे में कलियुग के सबसे जागृत देवता बजरंगबली (Bajrangbali) इन सारी मुसीबतों से पार लगाएंगे.
ऐसे करें हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) का पाठ
हनुमान जी की कृपा पाने के लिए हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) के नियमित पाठ को सबसे उत्तम माना गया है. लेकिन इसी हनुमान चालीसा के अलग-अलग प्रयोग से आप अपनी बड़ी से बड़ी मनोकामना भी हनुमान जी से पूरी करवा सकते हैं.
अगर आप जीवन से परेशान हो गए हैं या कोई ऐसा बड़ा काम है जो लाख कोशिशों के बाद भी नहीं हो रहा है तो मंगलवार और शनिवार के दिन संध्या काल के बाद इस उपाय को करें.
इसके लिए आपको सबसे पहले एक बड़ा सा दीपक जलाना होगा. श्री हनुमान जी ( Hanuman ji) की मूर्ति या तस्वीर पर पुष्प खासतौर से अगर चमेली का फूल मिल जाए तो सबसे उत्तम है, उसे चढ़ाएं.
अब हनुमान चालीसा लेते हुए उसका 108 बार पाठ करें. इस बात का ध्यान रहे कि बीच में आपका मन इधर-उधर ना भटके. पाठ के बाद हनुमान जी से अपनी मनोकामना कहे.
निश्चित ही हनुमान जी आपकी मनोकामना पूरी करेंगे. इसके अलावा आप किसी ऐसे विपत्ति में फंस गए हैं जिसका हल कहीं से मिलता हुआ नहीं दिख रहा है तो हनुमान जी आपको उससे निजात दिलवाएंगे.