Ryan Ten Doeschate and Gautam Gambhir
नीदरलैंड्स के पूर्व ऑलराउंडर Ryan Ten Doeschate जब सहायक कोच के तौर पर भारतीय टीम के साथ जुड़ रहे थे तब उन्होंने यह नहीं सोचा था कि स्पिन से निपटना उनको मिलने वाले दायित्वों में से एक होगा लेकिन अब वह भारत के आगामी घरेलू सीज़न के दौरान इस भूमिका को निभाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. भारत को आने वाले समय में घर पर बांग्लादेश के ख़िलाफ़ दो और न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेलनी है.
स्पिन से निपटने की होगी जिम्मेदारी
Ten Doeschate ने टॉकस्पोर्ट क्रिकेट से कहा, “यह (स्पिन से निपटने की जिम्मेदारी मिलना) उन चुनौतियों में से था जिसके बारे में मैंने सोचा नहीं था. श्रीलंका में हम उम्मीदों के अनुसार प्रदर्शन नहीं कर पाएं”
भारत ने श्रीलंका के ख़िलाफ़ तीन वनडे मैचों की श्रृंखला के दौरान अपने 27 विकेट स्पिन के ख़िलाफ़ ही गंवाए. श्रृंखला के बाद ख़ुद रोहित शर्मा ने स्वीकारा कि यह एक ऐसा पहलू है जिस पर चर्चा करने की आवश्यकता है.
स्पिन को बेहतर ढंग से खेलना टीम का मज़बूत पक्ष
Ten Doeschate ने कहा, “भारतीय टीम का पिछले कुछ समय से ऐसा माइंडसेट रहा है कि वह विदेश में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए काफ़ी उत्साहित रहती है. टीम का ध्यान ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसे देशों में बेहतर करने पर आकर्षित हुआ है. स्पिन को बेहतर ढंग से खेलना भारतीय टीम का हमेशा से मज़बूत पक्ष रहा था और यहां भारतीय टीम के प्रदर्शन में थोड़ी गिरावट आई है. मैं इसी लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहा हूं कि मैं खिलाड़ियों की मदद कर सकूं ताकि भारतीय खिलाड़ी एक बार फिर दुनिया भर में स्पिन को सबसे बेहतर ढंग से खेलने वाले खिलाड़ी बन सकें.”
“मुझे नहीं लगता कि इन खिलाड़ियों को किसी तकनीकी ज्ञान की आवश्कता है. हमारा काम सिर्फ़ उन्हें एक माइंडसेट देना, परिस्थितियों के प्रति सजगता के बारे में बताना, उन्हें नए आइडिया देना और माहौल को ठीक रखना होगा और यह काफ़ी महत्वपूर्ण भी है.”
कोचिंग क्षेत्र में सक्रिय
गौतम गंभीर के कोचिंग स्टाफ़ में Ten Doeschate और अभिषेक नायर सहायक कोच के रूप में शामिल हैं. 2021 में संन्यास के बाद से ही टेन डेशकाटे कोचिंग के क्षेत्र में काफ़ी सक्रिय रहे हैं. वह केंट और कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के साथ काम करने के अलावा हाल ही में हुए मेजर क्रिकेट लीग (MLC) में LA नाइट राइडर्स के साथ भी काम कर चुके हैं. इतने कम समय में इतनी अधिक भूमिकाएं निभाने के सवाल पर उन्होंने यही कहा कि उन्हें कोचिंग देने में काफ़ी आनंद आता है. वह अपनी नई भूमिका को लेकर भी पूर्ण रूप से स्पष्ट हैं.
विश्व विजेता टीम को कोचिंग देना चुनौतीपूर्ण
Ten Doeschate ने एक विश्व विजेता टीम को कोचिंग देने के दौरान सामने आने वाली संभावित चुनौतियों पर भी बात की. उन्होंने कहा, “अभी बीच में चैंपियंस ट्रॉफ़ी भी होनी है और हमारे पास तैयारी के लिए सिर्फ़ तीन वनडे शेष हैं. प्रारूपों के हिसाब से ढालना और इसके लिए टीम को तैयार करना काफ़ी चुनौतीपूर्ण रहने वाला है. यह एक ऐसा टूर्नामेंट है जिसे वे (भारतीय टीम) हर हाल में जीतना चाहेंगे. जबकि इसके बाद इंग्लैंड का दौरा होगा और फिर टी20 वर्ल्ड कप (2026) सामने होगा. एक ऐसी टीम का हिस्सा बनना जो अभी अभी वर्ल्ड कप जीत कर आ रही हो, चुनौतीपूर्ण तो होता ही है लेकिन आने वाले 18 महीनों में जो लक्ष्य सामने हैं वो एक कोच के तौर पर रोमांचित करने योग्य ज़रूर हैं.”
-भारत एक्सप्रेस