Bharat Express

Paris Paralympics: पुरुषों की हाई-जम्प में भारतीय एथलीट निषाद कुमार ने जीता रजत पदक

निषाद कुमार ने पेरिस पैरालंपिक खेलों में पुरुषों की हाई जम्प (T47 वर्ग) में रजत पदक जीतकर भारत को सातवां पदक दिलाया है.

निषाद कुमार

पेरिस पैरालंपिक खेलों में भारतीय एथलीट्स का कमाल जारी है. पुरुषों की हाई जम्प (T47 वर्ग) में भारतीय एथलीट निषाद कुमार ने शानदार प्रदर्शन करते हुए रजत पदक अपने नाम कर लिया है. इसके साथ ही भारत ने पेरिस पैरालंपिक में सातवा पदक जीत लिया है. वहीं, एथलेटिक्स में भारत का यह तीसरा पदक है.

24 वर्षीय निषाद, जो पैरा एशियाई खेलों के मौजूदा चैंपियन हैं, पैरालंपिक फाइनल में 2.04 मीटर की ऊंचाई तक पहुंचे, जिससे उन्हें USA के रोडरिक टाउनसेंड से स्वर्ण पदक गंवाना पड़ा. यह निषाद का दूसरा पैरालंपिक पदक था. उन्होंने टोक्यो खेलों में 2.06 मीटर की छलांग लगाकर रजत पदक जीता था.

माँ ने किया प्रेरित

निषाद जब केवल 6 साल के थे तब उन्हें एक गंभीर हादसे का सामना करना पड़ा था. तब उनसे परिवार के खेत पर घास काटने वाली मशीन से उनका दाहिना हाथ कट गया था. लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और एथलेटिक्स में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया. इसके लिए उनकी माँ ने उन्हें प्रेरित किया, जो खुद एक राज्य स्तरीय वॉलीबॉल खिलाडी थीं. निषाद ने 2009 में पैरा-एथलेटिक्स में कदम रखा.

प्रधानमंत्री ने दी बधाई

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पेरिस पैरालंपिक में पुरुषों की ऊंची कूद T47 स्पर्धा में रजत पदक जीतने पर निषाद कुमार को बधाई दी.

प्रधानमंत्री ने X पर लिखा, “पैरालंपिक 2024 में पुरुषों की ऊंची कूद T47 स्पर्धा में रजत पदक जीतने की उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए @nishad_hj को बधाई! उन्होंने हम सभी को दिखाया है कि जुनून और दृढ़ संकल्प के साथ सब कुछ संभव है. भारत उत्साहित है.”

निषाद कुमार ने क्या कहा?

“पिछले मंगलवार को, मैंने अभ्यास में 2.10 मीटर की छलांग लगाई, और आज मैं 2.04 मीटर पर रुक गया इसलिए मैं निराश हूं. मैं टोक्यो (2020 पैरालंपिक), विश्व चैंपियनशिप और यहां एक और ओलंपिक में टाउनसेंड से हारता रहा हूं, इसलिए रजत पदक मुझे बहुत खुशी नहीं दे रहा है, बल्कि मुझे परेशान कर रहा है,” ओलंपिक डॉट कॉम के हवाले से मैच के बाद निषाद ने कहा.

“मैं बहुत आश्वस्त था, क्योंकि प्रशिक्षण में मैं लगातार 2.07, 2.08 कर रहा था… बेशक मैं निराश हूं, लेकिन भगवान जानता है कि आज ऐसा क्यों नहीं हो सका,” उन्होंने कहा. निषाद का रजत पदक पेरिस में पैरा खेलों में भारत का सातवां और एथलेटिक्स में तीसरा पदक था. प्रीति पाल ने 100 मीटर और 200 मीटर T35 वर्ग स्पर्धाओं में कांस्य पदक जीते.

पेरिस पैरालंपिक में अब तक भारत का प्रदर्शन

भारत के लिए अन्य चार पदक पैरा शूटिंग में जीते गए. अवनी लेखरा और मोना अग्रवाल ने एसएच1 वर्ग में 10 मीटर एयर राइफल शूटिंग में क्रमशः स्वर्ण और कांस्य पदक जीता. मनीष नरवाल (पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल एसएच1) और रुबीना फ्रांसिस (महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल एसएच1) ने क्रमशः रजत और कांस्य पदक जीता. प्रीति पाल (एथलेटिक्स)- ब्रॉन्ज मेडल, वूमेन्स 200 मीटर रेस, निषाद कुमार (एथलेटिक्स)- सिल्वर मेडल, मेन्स हाई जंप.

ये भी पढ़ें- Paris Paralympics: प्रीति पाल ने पैरालंपिक गेम्स में रचा इतिहास, ट्रैक एंड फील्ड में दो पदक जीतने वालीं पहली भारतीय महिला एथलीट

ये भी पढ़ें- Namibia Drought Crisis: सूखे से भुखमरी के हालात, दरियाई घोड़े और हाथियों सहित 700 से अधिक जंगली जानवरों को मारने का फैसला

– भारत एक्सप्रेस



इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.

Also Read