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Bihar Hooch Tragedy

राजद प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने गुरुवार को कहा कि बिहार में कोई ऐसा इलाका नहीं है जहां शराब उपलब्ध नहीं है. ये हालत तब है जब बिहार में शराबबंदी लागू है.

प्रशांत किशोर ने कहा कि वह पहले ऐसे व्यक्ति हैं जो पिछले दो साल से कह रहे हैं कि बिहार में कोई शराबबंदी नहीं है. शराबबंदी के नाम पर यहां सिर्फ शराब की दुकानें बंद हैं. घर-घर में शराब बिक रही है.

Bihar Hooch Tragedy: अप्रैल 2016 में बिहार में शराब पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. लेकिन फिर भी शराब की तस्करी जारी है. आए दिन राज्य में जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत की खबरें सामने आती हैं.

Bettiah Hooch Tragedy: परिजनों और स्थानीय लोगों ने बताया कि उनके पॉकेट से देशी शराब का पाउच बरामद हुआ है फिर भी पुलिस शराब पीने से मौत की बात को गलत कह रही है.

Bihar Hooch Tragedy: बिहार में 2016 में नीतीश सरकार ने शराबबंदी की घोषणा की थी. इसके बाद से अवैध शराब से मौत की कई खबरें आई हैं.

Bihar: डीएम अमित कुमार पांडेय ने बताया कि सीवान के नबीगंज के बाला में तीन लोगों की मौत हुई है तथा सात लोग पीड़ित हैं. जिनका इलाज करवाया जा रहा है.

बिहार की घटना को देश सबक के तौर पर ले सकता है। शराबबंदी को लागू करना जितना जरूरी है, उससे अधिक जरूरी है इसे बेहतर तरीके से लागू करना।

Bihar Hooch Tragedy: छपरा जिले के अलावा सीवान और बेगूसराय में भी जहरीली शराब से हुई मौतों की वजह से कोहराम मचा हुआ है.

Bihar Hooch Tragedy: शराबबंदी वाले बिहार में जहीरीली शराब ने एक बार फिर कहर बरपाया है. सारण जिले में अबतक 61 लोगों की जहरीली शराब पीने की वजह से मौत हो चुकी है. वहीं कई लोगों की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है.