एस जयशंकर ने चीनी विदेश मंत्री के साथ की द्विपक्षीय वार्ता, सीमा विवाद पर हुई चर्चा
पूर्वी लद्दाख में पांच मई, 2020 को दोनों देशों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प के बाद वहां गतिरोध शुरू हुआ था.
चीन के जुल्मों के खिलाफ तिब्बती यूथ कांग्रेस का मार्च, तिब्बती लोगों के संघर्ष पर ध्यान दिलाने की कोशिश
TYC ने चीनी सरकार से तिब्बती संस्कृति और पहचान पर हमला करने और उसे खत्म करने वाले औपनिवेशिक बोर्डिंग स्कूलों को तुरंत बंद करने और तिब्बत में अपने दमनकारी शासन को रोकने की मांग की.
SCO की बैठक में रूस और चीन के मंत्रियों से मिलेंगे एस जयशंकर, लेकिन बिलावल भुट्टो से नहीं होंगी बातचीत
S Jaishankar: आधिकारिक सूत्रों ने ये पुष्टि जरूर की है कि जयशंकर गुरुवार को अपने चीनी समकक्ष किन गैंग से मुलाकात करेंगे, जो दो महीने में उनकी दूसरी द्विपक्षीय बातचीत होगी
अरुणाचल में “बुलंद भारत” से दहला चीन, सीमा पर भारत का मल्टी-लेयर युद्ध-अभ्यास
Arunachal Pradesh: लद्दाख में चीनी सेना के साथ हुए खूनी संघर्ष के तीन साल बीत चुके हैं. इसके बाद से भारत ने 3,488 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर आर्टिलरी की एक बड़ी श्रृंखला की तैनाती कर चुका है.
फारस की खाड़ी में ड्रैगन के बढ़ते दखल के बीच ईरान ने भारत को दिया ये प्रस्ताव
Tehran: एनएसए अजीत डोभाल ने सोमवार को तेहरान में अपने ईरानी समकक्ष अली शमखानी के साथ मुलाकात की.
ब्रिटेन की यूनिवर्सिटीज में अवैध रूप से काम कर रहे चीनी-वित्तपोषित कन्फ्यूशियस संस्थान, रिपोर्ट में खुलासा
इसमें यह भी बताया गया है कि इन संस्थानों में भेदभावपूर्ण तरीके से कर्मचारियों की भर्ती होती है जो कि यूके के कानून के मुताबिक अवैध है.
चीन में उइगर मुसलमानों पर बढ़ता अत्याचार, ईद पर मस्जिदों में नहीं पढ़ने दी गई नमाज, पुलिस ने घरों में घुसकर ली तलाशी
Eid-ul-Fitr: ईद के दौरान शिनजियांग में अधिकारियों ने शहर की सड़कों पर गश्त की और घरों की तलाशी ली, ताकि लोगों को अपने घरों के अंदर गुप्त रूप से नमाज पढ़ने से रोका जा सके.
चीन में मंडरा रहा है बेरोजगारी का संकट, सामाजिक अस्थिरता की ओर बढ़ने को मजबूर, जानिए क्या है वजह ?
China: रिपोर्ट्स के अनुसार, चीन के शहरों में रहने वाले 16 से 24 साल की उम्र के युवाओं में बेरोजगारी दर फरवरी महीने में 18.1 प्रतिशत था, जो मार्च में बढ़कर 19.6 प्रतिशत हो गया
वैश्विक आबादी में अव्वल हुआ भारत: अब वक्त हमारा है
अगर दुनिया की सबसे अधिक आबादी वाले देश का तमगा हमें कुछ दशक पहले मिला होता तो हो सकता है ये देश के लिए एक बड़ी चिंता का विषय होता।
मैक्रों के बयान पर बहस: नई दुनिया का उदय
बेशक यूक्रेन युद्ध में कम योगदान के लिए फ्रांस की भूमिका अक्सर सवालों में घिरती रही है, लेकिन यूरोप के ज्यादातर अन्य देश भी अमेरिका को लेकर सहज नहीं हैं।