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ASI report on Gyanvapi: ज्ञानवापी मामले में गुरुवार को एएसआई सर्वे की रिपोर्ट सामने आ गई. रिपोर्ट के अनुसार कुल 32 सबूत ऐसे हैं जो यह प्रमाणित करते हैं कि मस्जिद निर्माण से पहले वहां एक मंदिर था.

वाराणसी में बरसों पुराना मंदिर-मस्जिद विवाद अब सुलझने के आसार हैं. ज्ञानवापी सर्वे रिपोर्ट आज दोनों पक्षों को सौंप दी गई है. हिंदू पक्ष का दावा है कि वहां मस्जिद की जगह मंदिर होने के प्रमाण मिले हैं. ढांचे की दीवारों पर शिवजी के 3 नाम देखे गए.

Gyanvapi News: ज्ञानवापी में सर्वे के दौरान ASI को देवी देवताओं की खंडित मूर्तियां, घड़ा, चिह्न जैसे 250 अवशेष मिले थे. इन्हें DM की निगरानी में लॉकर में जमा कराया गया. अब सभी अवशेषों को कोर्ट में पेश किया गया है.

पूजा स्थल कानून 1991 के बनने के बाद मस्जिद के सर्वेक्षण के लिए अदालत में एक याचिका दायर की गई थी. इस याचिका के दायर होने के कुछ दिनों बाद ही ज्ञानवापी मस्जिद प्रबंधन ने पूजा स्थल कानून 1991 का हवाला देते हुए याचिका को रद्द करने की मांग की थी.

यह वाद शैलेंद्र कुमार पाठक व्यास की तरफ से सिविल जज सीनियर डिवीजन की अदालत में दाखिल किया गया है.

संतोष सिंह ने विश्व वैदिक सनातन संघ के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के साथ ही विश्व वैदिक सनातन संघ के प्रमुख पर अस्पष्ट नीतियों और संवादहीनता का आरोप लगाया है.

Gyanvapi Survey: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में आज भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण(ASI) द्वारा सर्वे का तीसरा दिन है. सुबह आठ बजे से एएसआई ने अपना सर्वे शुरू कर दिया है, जो शाम के पांच बजे तक चलेगा.

CM Yogi On GyanVapi: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर को लेकर बड़ी बात कही है. मुख्यमंत्री योगी का कहना है कि ज्ञानवापी में हिंदू धर्म के प्रतीक चिह्न हैं. अब अगर उसे मस्जिद कहेंगे, तो विवाद होगा. आइए जानते हैं कि उन्‍होंने किस तरह के सवाल उठाए हैं.

वाराणसी अदालत ने एएसआई सर्वेक्षण की अनुमति दी, जिसके बाद 24 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट ने एएसआई को 26 जुलाई शाम 5 बजे तक वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में कोई सर्वेक्षण नहीं करने का आदेश दिया.