भारत से ऑस्कर अवॉर्ड के लिए फिल्मों के चुनाव में IMPPA का दखल होना चाहिए: अभय सिन्हा
इंडियन मोशन पिक्चर्स प्रोड्यूसर एसोसिएशन (IMPPA) के अध्यक्ष अभय सिन्हा का कहना है कि जून 2024 में फेडरेशन इंटरनेशनल डि आर्ट फोटोग्राफिक का सदस्य बन जाने के बाद ऑस्कर पुरस्कार में भारत से ऑफिशियल प्रविष्टि भेजने का काम इंपा को मिल जाएगा.
प्रख्यात फिल्म निर्देशक श्याम बेनेगल का निधन
श्याम बेनेगल को भारत सरकार द्वारा 1976 में पद्मश्री और 1991 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था. उनकी सफल फिल्मों में मंथन, जुबैदा और सरदारी बेगम शामिल हैं.
‘‘भगवान राम का रोल करना हर अभिनेता का सपना होता है’’, Red Sea Film Festival में बोले रणबीर कपूर
सऊदी अरब के जेद्दा में हो रहे चौथे रेड सी अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में शामिल हुए भारतीय अभिनेता रणबीर कपूर ने ‘एनिमल’ सहित अपनी तमाम फिल्मों के बारे में दर्शकों से बातचीत की.
मेरे लिए सबसे बड़े फिल्म स्टार Aamir Khan हैं, उनके जैसा दूसरा कोई नहीं: Kareena Kapoor
करीना कपूर ने सऊदी अरब के जेद्दा में हो रहे चौथे रेड सी अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में दर्शकों से संवाद कार्यक्रम में कहा कि उन्होंने जब जेपी दत्ता की फिल्म रिफ्यूजी से करिअर की शुरुआत की थी तो पता नहीं था कि इंडस्ट्री में 25 साल हो जाएंगे.
जोश फेम एक्टर Sharad Kapoor मुश्किल में, महिला ने गलत तरीके से छूने का लगाया आरोप, FIR दर्ज
मुंबई की खार पुलिस के अनुसार, महिला ने आरोप लगाया है कि शरद कपूर ने उसे ऑफिस के बजाय अपने घर बुलाया. उसके साथ गलत व्यवहार करने की कोशिश की और उसे जबरन गलत तरीके से छुआ.
नरेंद्र चंचल: धार्मिक गीतों ने बनाया ‘भजन सम्राट’, राज कपूर से लेकर अमिताभ तक के लिए गाए गाने
नरेंद्र चंचल का जन्म 16 अक्टूबर 1940 को अमृतसर के एक पंजाबी परिवार में हुआ. बताया जाता है कि वे एक धार्मिक माहौल में पले-बढ़े. इसी से उन्हें भजन और आरती गाने की प्रेरणा मिली.
1987 में ऐसा क्या हुआ था कि Ashok Kumar ने मरते दम तक अपने जन्मदिन का नहीं मनाया था जश्न
मल्टी टैलेंटेड अशोक कुमार अभिनेता ही नहीं बल्कि ज्योतिष के भी अच्छे जानकार थे. वे हिंदी फिल्मों के पहले सुपरस्टार और पहली बार एंटी हीरो रोल प्ले करने वाले शख्स भी थे.
राज कपूर को मॉस्को में मिली थीं पद्मिनी, एक नजर में ‘शो मैन’ ने भांप लिया था उनका टैलेंट, डांस देखकर फिल्म में किया कास्ट
पद्मिनी ने अपने अभिनय और नृत्य से दर्शकों का दिल जीता, और बाद में शादी कर अमेरिका में बस गईं, जहाँ उन्होंने क्लासिकल डांस स्कूल की स्थापना की.
जब इस गायक ने गाया “बरखा रानी जरा जम के बरसो…” और फिर होने लगी थी बिन मौसम बरसात…
उनके रोमांटिक आवाज को भी अगर आप सुन लें तो आप उनमें खो जाएंगे.
जब मोहम्मद रफी और लता मंगेशकर के बीच इस बात को लेकर हो गई थी अनबन, कई साल तक दोनों ने साथ नहीं गाए थे गाने
मोहम्मद रफी अपनी आवाज की विविधता के लिए जाने जाते थे. वह हर लय, हर धुन, हर के मूड के गानों को बेहद आसानी से गा लेते थे. यही वजह है कि उनके गाए गीत कानों से होते हुए सीधे दिल में उतर जाते थे.