Bharat Express

Hinduism

Varsh Pratipada 2024: भारतीय सनातन संस्कृति पर आधारित कालगणना को विश्व की सबसे प्राचीन पद्धति माना जाता है। दरअसल, भारत में कालचक्र प्रवर्तक भगवान शिव को काल की सबसे बड़ी इकाई के अधिष्ठाता होने के चलते ही उन्हें महाकाल कहा गया।

रांची स्थित प्रेस क्लब करमटोली में श्री सनातन महापंचायत की एक बैठक हुई. जहां श्री सनातन महापंचायत की 2024-25 की नई कमेटी का विस्तार किया गया.

विश्व के सबसे बड़े सांस्कृतिक संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक हाल ही में हुई. इस बैठक में राष्ट्रहित से जुड़े कई अहम प्रस्तावों पर चर्चा की गई.

Rashtriya Swayamsevak Sangh: समाज के हित में समर्पित राष्ट्रीय स्वयंसेवकों के संघ को हुए 99 साल पूरे हो चुके हैं. देशभर में लाखों लोग इसके सक्रिय सदस्य हैं. अब अगले वर्ष आरएसएस का शताब्दी वर्ष मनाया जाएगा —

अयोध्या में भव्य राम मंदिर का पुनर्निर्माण होने के बाद से हिंदू अनुयायी ही नहीं, अपितु अन्य मजहबों जैसे सिख, बौद्ध, जैन, ईसाई और मुस्लिम समुदाय के लोग भी 'रामलला' का दर्शन करने आ रहे हैं.

मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर मौजूद मुगलों की शाही ईदगाह मस्जिद को हटाने की मांग वाली याचिका पर उच्च न्यायालय (इलाहाबाद हाईकोर्ट) सुनवाई करेगा. इसके लिए आज दोनों पक्षों को सुनवाई की तारीख बता दी गई है.

BAPS Temple In Abu Dhabi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी UAE यात्रा के दूसरे दिन अबू धाबी में 27 एकड़ में तैयार हुए पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन किया. यहां बसंत पंचमी पर सुबह से ही देव-प्रतिमाओं की प्राण-प्रतिष्ठा का समारोह चल रहा था.

पीएम मोदी अबू धाबी में बने पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन करेंगे. इस मंदिर (BAPS Temple) में 14 फरवरी को वसंत पंचमी पर देव-प्रतिमाओं की प्राण-प्रतिष्ठा होगी. उद्घाटन समारोह से पहले यहां कीजिए तस्वीरों में मंदिर के दर्शन -

प्रधानमंत्री मोदी इसी महीने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की आधिकारिक यात्रा करेंगे. यह प्रधानमंत्री मोदी की अब तक की संयुक्त अरब अमीरात की सातवीं यात्रा होगी. जानिए इस यात्रा में क्या-कुछ होगा —

Ram Mandir: लाखों करोड़ों की संख्या में देश दुनिया के रामभक्तों की एक मात्र यही इच्छा थी कि करीब 500 सालों से अपनी ही जन्मभूमि पर उपेक्षित प्रभु श्रीराम का अयोध्या में एक भव्य और दिव्य मंदिर हो, जहां वह श्रद्धा से सिर झुका सकें, जहां वह अपनी तकलीफों को उनसे कह सकें और जहां वह अपने गुनाहों के लिए उनसे क्षमा मांग सकें.