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हम सभी के लिए हर्ष का विषय है कि देश में विनिर्माण इकाईयों की वृद्धि दर 4.8% से बढ़कर वित्तीय वर्ष 2023-24 की तृतीय तिमाही में 11.6% हो गई है तथा निर्माण के क्षेत्र में वृद्धि दर 9.5% की रही है। साथ ही, खनन के क्षेत्र में वृद्धि दर 1.4% से बढ़कर 7.5% की रही है। ये तीनों रोजगार सृजन के क्षेत्र हैं।

भारत आज विश्व भर के निवेशकों के लिए एक आकर्षक केंद्र के रूप विकसित हो गया है. विशेष रूप से केंद्र सरकार एवं कुछ राज्यों द्वारा की जा रही पहल विदेशी पूंजी को भारत में आकर्षित करती नजर आ रही है.

New Year 2024: आर्थिक लिहाज से साल दिसंबर 2023 भारत के लिए सार्थक साबित हुआ है जिसमें रिकॉर्ड जीएसटी कलेक्शन हुआ है.

मार्च 2024 में समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष में भारत का सकल घरेलू उत्पाद (GDP) 6.2-6.3 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है.

IMF Indian Economy: इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड के ने भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर अपना अनुमान घटाया है लेकिन फिर भी भारत के लिए एक खुशखबरी है.

अर्थव्यवस्था के लिहाज से अच्छी खबर आई है. देश की ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट यानी GDP ग्रोथ पहली तिमाही (Q1FY24-अप्रैल-जून) में 7.8% रही. ऐसा ही रहा तो भारत जल्द चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन जाएगा.

पीएम ने लिखा, "जून 2014 में, उत्तर प्रदेश ने मामूली 1.65 लाख आईटीआर फाइलिंग की सूचना थी, लेकिन जून 2023 तक, यह आंकड़ा बढ़कर 11.92 लाख हो गया."

Supriya Shrinate: कांग्रेस प्रवक्ता ने आगे कहा कि 67 साल में जहां 14 प्रधानमंत्रियों ने मिलकर 55 लाख करोड़ का कर्ज लिया, वहीं मोदी जी ने अपने 9 साल में इसको तिगुना करके 155 लाख करोड़ पहुंचा दिया.

हालांकि World Bank ने एक ओर भारत की ग्रोथ रेट को कम किया गया है तो वहीं दूसरी ओर ग्लोबल ग्रोथ रेट में सुधार हुआ है.

काफी समय हो गया है जब लगभग सभी आर्थिक संकेतकों ने ऊपर की ओर इशारा किया है। नए वित्तीय वर्ष के केवल दो महीने बीतने के साथ, यह आने वाले महीनों के लिए अच्छी खबर लेकर आने की उम्मीद की तरफ इशारा है.