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Pollution

राजधानी और उसके आसपास के अधिकांश इलाकों में एक्यूआई 300 से ऊपर है, जो खराब से लेकर गंभीर स्तर तक के बीच है. एक्यूआई अगर इस स्तर पर रहता है तो सांस लेने में समस्या हो सकती है.

प्रदूषण का स्तर बहुत ज्यादा बढ़ जाता है और औसत एक्यूआई 450 को पार कर जाता है तो ग्रैप का चौथा चरण लागू किया जाता है. ग्रैप-4 लागू होने के बाद प्रतिबंध सबसे ज्यादा और सबसे कड़े होते हैं.

सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक दिल्ली और एनसीआर की स्थिति काफी खराब है. दिल्ली में औसत एक्यूआई 484 दर्ज किया गया है.

दिल्ली-एनसीआर में रविवार को एक्यूआई 500 के पार दर्ज किया गया. कई इलाकों में एक्यूआई खतरनाक श्रेणी में दर्ज किया गया.

मौसम विभाग के वैज्ञानिकों की मानें तो आने वाले दिनों में और भी ज्यादा हालत खराब होने की उम्मीद जताई जा रही है. पूरे एनसीआर में तकरीबन साढ़े 5 लाख वाहनों की रफ्तार भी थम जाएगी.

केंद्रीय प्रदूषण एवं नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार राजधानी दिल्ली में गुरुवार सुबह 7:15 बजे तक औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 430 अंक बना हुआ है.

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण से लोगों को राहत नहीं मिल रही है. केंद्रीय प्रदूषण एवं नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, कई दिनों से यहां पर औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) बहुत खराब श्रेणी में बना हुआ है.

दिल्ली सरकार का दावा है कि "आप" सरकार और दिल्ली की जनता के प्रयासों से दीपावली के बाद भी प्रदूषण नहीं बढ़ा है. अब इस लड़ाई को और बड़े स्तर पर ले जाया जा रहा है.

इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ ट्रॉपिकल मेटरोलॉजी (IITM), पुणे ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में गुरुवार और शुक्रवार को वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी (एक्यूआई 300 से 400) में रहने की संभावना है.

दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पटाखे न जलाकर हम किसी पर कोई एहसान नहीं कर रहे हैं. हम यह अपने और अपने परिवार के लिए कर रहे हैं.