Uttarkashi Tunnel Rescue Operation: हाथों से खुदाई करके 41 मजदूरों को बचाने वाले रैट माइनर्स को दिल्ली BJP ने दिया 25-25 हज़ार का पुरस्कार
41 मजदूरों को बचाने में अहम भूमिका निभाने वाले रैट माइनर्स को दिल्ली भाजपा ने सम्मानित किया. दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने मुलाकात भी की.
Uttarakhand Tunnel: टनल में फंसने वाले मजदूरों को कितनी मिलती है सैलरी?
झारखंड, पश्चिम बंगाल, बिहार और यूपी समेत अलग-अलग राज्यों के मजदूर चार धाम राष्ट्रीय राजमार्ग प्रोजेक्ट में काम कर रहे हैं. सिल्क्यारा टनल भी 1.5 बिलियन डॉलर के इस प्रोजेक्ट का ही हिस्सा है.
मॉर्निंग वॉक और योगा से लेकर साथ बैठकर खाने तक…मजदूरों ने बताया अंधेरी सुरंग में कैसे कटे वो 17 दिन
उत्तरकाशी के सुरंग से मंगलवार (28 नवंबर) शाम 7 बजकर 45 मिनट पर पहले मजदूर को बाहर निकाला गया. इसके बाद धीरे-धीरे करके सभी मजदूरों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया. मजदूरों को बाहर निकालने के बाद उन्हें 17 एंबुलेंस की मदद से चिन्यालीसौड़ अस्पताल ले जाया गया.
Uttarkashi Tunnel Updates: मजदूरों को बाहर निकालने में लगेगा और लगेगा वक्त…ऑगर मशीन भी फेल, अब Plan B की तैयारी
Uttarkashi Tunnel Updates: NDMA के सदस्य लेफ्टिनेंट जनरल सैयद अता हसनैन (सेवानिवृत्त) ने बताया कि हमें थोड़ा धैर्य रखना पड़ेगा. काम करने वालों पर किसी प्रकार का दवाब नहीं डालना है.
Uttarkashi Tunnel Rescue: फिर शुरू हुआ ड्रिलिंग का काम, कुछ मीटर की दूरी पर हैं अंदर फंसे मजदूर
Uttarkashi Tunnel Rescue: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन तेजी के साथ चलाया जा रहा है.
Uttarkashi: 9 दिनों बाद मजदूरों के लिए राहत की खबर! 6 इंच चौड़े पाइप के जरिए पहुंचाया गया खाना, ऐसे हुआ इंतजाम
Silkyara Tunnel: आखिरकार सिल्कयारा टनल में फंसे 41 मजदूरों के लिए 9 दिन में पहली बार अच्छी खबर आई है. दरअसल मजदूरों तक खाने पीने का सामान पहुंचाने के इंतजाम किया जा चुका है.
Uttarkashi Tunnel Update: टनल में फंसे मजदूरों का मामला पहुंचा हाई कोर्ट, राज्य और केंद्र सरकार को दिया ये आदेश
Nainital High Court: हाईकोर्ट की दखल के बाद राज्य सरकार की नींद खुली और परिजनों के रहने का इंतजाम किया है. इससे पहले टनल के अंदर फंसे मजदूरों के परिजनों के लिए रुकने तक का इंतजाम नहीं किया गया था.