
सांकेतिक फोटो
Anti-lock braking system and Non ABS: भारत में हर साल लाखों सड़क हादसे होते हैं, जिनमें सबसे अधिक दुर्घटनाएं दोपहिया वाहनों से जुड़ी होती हैं. इसे ध्यान में रखते हुए बाइक कंपनियां सुरक्षा के नए फीचर्स विकसित कर रही हैं. इन्हीं में से एक महत्वपूर्ण फीचर Anti-lock braking system (ABS) है. ABS और Non-ABS बाइक में क्या अंतर होता है? और कौन-सी बाइक ज्यादा सुरक्षित होती है? आइए जानते हैं.
ABS (Anti-lock Braking System) एक आधुनिक ब्रेकिंग तकनीक है, जो अचानक ब्रेक लगाने पर बाइक के पहियों को लॉक होने से रोकती है. इसके विपरीत, Non-ABS बाइक में ऐसा कोई सिस्टम नहीं होता, जिससे अचानक ब्रेक लगाने पर पहिए लॉक हो सकते हैं और बाइक स्लिप (फिसल) कर सकती है.
ABS और Non-ABS बाइक में मुख्य अंतर
- ब्रेकिंग कंट्रोल: ABS बाइक में ब्रेक लगाने पर बेहतर नियंत्रण मिलता है, जिससे अचानक ब्रेक लगाने पर भी संतुलन बना रहता है. वहीं, Non-ABS बाइक में तेज ब्रेक लगाने पर नियंत्रण खोने का खतरा अधिक रहता है.
- सड़क पर पकड़ (Grip): ABS सिस्टम ब्रेकिंग के दौरान पहियों को लॉक नहीं होने देता, जिससे सड़क पर पकड़ बनी रहती है और बाइक फिसलने की संभावना कम हो जाती है. इसके विपरीत, Non-ABS बाइक में पहिए लॉक हो सकते हैं, जिससे बाइक स्किड कर सकती है.
- दुर्घटना की संभावना: रिपोर्ट्स के अनुसार, ABS वाली बाइकों में Non-ABS बाइकों की तुलना में लगभग 35% कम दुर्घटनाएं होती हैं, क्योंकि ABS सिस्टम ब्रेकिंग को अधिक सुरक्षित और प्रभावी बनाता है.
- पहिए लॉक होने की संभावना: ABS बाइक में ब्रेक लगाने पर पहिए लॉक नहीं होते, जिससे बाइक का संतुलन बना रहता है. जबकि Non-ABS बाइक में अचानक ब्रेक लगाने पर पहिए लॉक हो सकते हैं, जिससे गिरने या स्किड होने का खतरा बढ़ जाता है.
- ब्रेकिंग डिस्टेंस: ABS सिस्टम ब्रेकिंग फोर्स को नियंत्रित तरीके से लागू करता है, जिससे बाइक कम दूरी में और सुरक्षित रूप से रुक जाती है. वहीं, Non-ABS बाइक में ब्रेकिंग डिस्टेंस ज्यादा हो सकता है, जिससे टकराने की संभावना बढ़ जाती है.
- कीमत: ABS बाइकों की कीमत Non-ABS बाइकों की तुलना में अधिक होती है, क्योंकि यह एक एडवांस्ड सेफ्टी फीचर है. हालांकि, यह अतिरिक्त खर्च आपकी सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण निवेश साबित होता है.
कुल मिलाकर, ABS बाइक ज्यादा सुरक्षित होती है और सड़क पर बेहतर नियंत्रण प्रदान करती है. यदि आप बाइक खरीदने की सोच रहे हैं, तो ABS फीचर को प्राथमिकता देना एक समझदारी भरा फैसला होगा.
ABS बाइक ज्यादा सुरक्षित क्यों होती है?
जब तेज गति से बाइक चल रही होती है और अचानक ब्रेक लगाना पड़ता है, तो Non-ABS बाइक के पहिए लॉक हो सकते हैं, जिससे बाइक फिसलकर गिर सकती है. वहीं, ABS सिस्टम बाइक के पहियों को लॉक होने से बचाता है, जिससे बाइक संतुलन बनाए रखती है और दुर्घटना की संभावना कम हो जाती है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, Non-ABS वाहनों की तुलना में ABS वाली बाइक से 35% कम हादसे होते हैं.
कैसे काम करता है ABS ?
ABS सिस्टम को प्रभावी रूप से काम करने के लिए कई महत्वपूर्ण पार्ट्स की जरूरत होती है, जो मिलकर बाइक को सुरक्षित बनाते हैं.
ABS सिस्टम के मुख्य भाग
- स्पीड सेंसर (Speed Sensor): यह बाइक के पहियों की गति को मॉनिटर करता है.
- ईसीयू (Electronic Control Unit – ECU): यह ब्रेकिंग सिस्टम के लिए मुख्य कंट्रोलर का काम करता है.
- हाइड्रोलिक कंट्रोल यूनिट (Hydraulic Control Unit): यह ब्रेकिंग फोर्स को नियंत्रित करता है.
जब राइडर अचानक ब्रेक लगाता है, तो स्पीड सेंसर ECU को डेटा भेजता है. ECU यह निर्धारित करता है कि पहिए को लॉक होने से बचाने के लिए ब्रेकिंग फोर्स को कैसे बांटना है. इसके बाद हाइड्रोलिक कंट्रोल यूनिट सही मात्रा में ब्रेक अप्लाई करती है, जिससे बाइक बिना फिसले रुक जाती है.
कौन-सी बाइक चुनें?
यदि आप बाइक खरीदने की सोच रहे हैं और आपकी सुरक्षा प्राथमिकता है, तो ABS बाइक सबसे बेहतर विकल्प है. हालांकि, ABS वाली बाइक की कीमत थोड़ी अधिक होती है, लेकिन यह आपकी सुरक्षा को देखते हुए एक सही निवेश है. Non-ABS बाइक सस्ती हो सकती है, लेकिन दुर्घटनाओं का जोखिम अधिक होता है.
कुल मिलाकर, ABS तकनीक न केवल आपकी सुरक्षा बढ़ाती है, बल्कि सड़क पर बेहतर नियंत्रण भी प्रदान करती है. इसलिए, यदि संभव हो तो हमेशा ABS वाली बाइक को प्राथमिकता दें.
-भारत एक्सप्रेस
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