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कुंडा विधायक राजा भैया के पिता को पुलिस ने किया हाउस अरेस्ट, पिछले 8 सालों से ऐसा क्यों कर रही पुलिस…मोहर्रम से क्या है कनेक्शन

राजा उदय प्रताप और मोहर्रम विवाद की जड़ 2012 से जुड़ी हुई है. शेखपुर गांव के पास एक बंदर की करंट लगने से मौत हो गई थी. जिसके बाद ग्रामीणों ने वहां एक हनुमान मंदिर का निर्माण करा दिया.

Raja Uday Pratap Singh

राजा भैया के पिता राजा उदय प्रताप सिंह हाउस अरेस्ट

Raja Uday Pratap Singh: उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले का पारा इस समय गर्म है. वजह हैं कुंडा के बाहुबली विधायक और जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के नेता राजा भैया के पिता जी यानी राजा उदय प्रताप सिंह. पुलिस ने राजा उदय प्रताप सिंह समेत 13 लोगों को हाउस अरेस्ट किया है. इसके साथ जिलेभर में 1000 से ज्यादा लोगों को पाबंद भी किया गया है.

दरअसल ये पूरा बखेड़ा मोहर्रम पर्व को लेकर हुआ है. प्रतापगढ़ के कुंडा में मोहर्रम का पर्व धूमधाम और बिना किसी परेशानी के संपन्न हो, इसको लेकर पुलिस ने ये कदम उठाए हैं.

पुलिस के अनुसार राजा उदय प्रताप सिंह को हाउस अरेस्ट एसडीएम कुंडा के आदेश पर किया गया है. जिसके तहत उनके भदरी महल गेट पर नोटिस चस्पा किया गया है, इसके अलावा महल के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. पुलिस ड्रोन से इलाके में निगरानी रख रही है.

Raja Uday Pratap Singh
कुंडा महल के गेट पर नोटिस चस्पा करती पुलिस (फाइल फोटो)

आखिर विवाद क्या है?

राजा उदय प्रताप और मोहर्रम विवाद की जड़ 2012 से जुड़ी हुई है. कुंडा के पास स्थित शेखपुर गांव के पास एक बंदर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. जिसके बाद ग्रामीणों ने वहां एक हनुमान मंदिर का निर्माण करा दिया. उसी समय से राजा उदय प्रताप सिंह की ओर से मोहर्रम की 10वीं के दिन हनुमान पाठ और भंडारे का आयोजन शुरू किया गया. गौरतलब है कि बंदर की जिस दिन मौत हुई थी वो दिन मोहर्रम का था.

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शुरुआत में 2013 और 2014 मोहर्रम और हनुमान पाठ साथ-साथ कराये गए, लेकिन 2015 में मुस्लिम समुदाय ने विरोध कर अपना ताजिया उठाने से इनकार कर दिया. जिसके बाद प्रशासन ने आनन-फानन में अगले दिन ताजिया को दफन कराया.

raja bhaiya news pratgarh
कुंडा महल के गेट पर खड़ी पुलिस (फाइल फोटो)

2016 में प्रशासन ने भंडारे की नहीं दी अनुमति

2015 की घटना को देखते हुए 2016 में प्रशासन ने भंडारे की अनुमति देने से इनकार कर दिया. जिसके बाद प्रशासन और राजा उदय प्रताप सिंह के बीच जमकर टकराव देखने को मिली. यह मामला हाईकोर्ट तक जा पहुंचा. अदालत ने अपने फैसले में इसका अधिकार वहां के जिलाधिकारी को विवेकानुसार करने का निर्देश दिया. तब से लेकर राजा उदय प्रताप सिंह को हर बार मोहर्रम से एक दिन पहले हाउस अरेस्ट किया जाता है.

इस संबंध में एसपी प्रतापगढ़ का कहना है कि प्रशासन के द्वारा यह कार्रवाई सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के उद्वेश्य से किया जाता है. ताकि कोई दिक्कत ना पैदा हो. वहीं दूसरी तरफ राजा उदय प्रताप सिंह के समर्थक काफी नाराज दिख रहे हैं. उनका कहना है कि प्रशासन हर बार एकपक्षीय कार्रवाई करता है.

– भारत एक्सप्रेस



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