चीन के चांग्शा शहर में रहने वाले एक भारतीय तेलुगु परिवार ने अपनी अलग पहचान बनाई है. खास बात ये है कि इस परिवार के चारों सदस्यों के नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स दर्ज हैं. यह शायद भारत का इकलौता ऐसा परिवार है, जिसके हर सदस्य के पास अपना वर्ल्ड रिकॉर्ड है. परिवार ने यह कामयाबी योग और खेल श्रेणियों में हासिल की है.
परिवार के मुखिया विजय का रिकॉर्ड
आंध्र प्रदेश के अनाकापल्ले के रहने वाले कोनाथाला विजय 2012 से चीन में रह रहे हैं. वह योग ट्रेनर और कोरियोग्राफर हैं. वहां उन्होंने योग सिखाना शुरू किया और एक योग और डांस स्कूल खोला. 2021 में उन्होंने सबसे लंबा योग सत्र करने का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया. यह रिकॉर्ड उन्होंने सबसे लंबी योग सत्र (लॉन्गेस्ट योगा सेशन) में बनाया. इस सत्र में उन्होंने अष्टावक्रासन, मयूरासन और बकासन जैसे कठिन आसन किए. विजय के नाम एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और नोबेल वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी कई उपलब्धियां दर्ज हैं.
पत्नी ज्योति की अनोखी उपलब्धि
विजय की पत्नी, कोनाथाला ज्योति ने भी योग में अद्भुत रिकॉर्ड बनाया है. उन्होंने गर्भावस्था के नौवें महीने में कठिन योगासन कर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स हासिल किया. यह रिकॉर्ड उन्होंने डिलीवरी से मात्र पांच दिन पहले बनाया. ज्योति कहती हैं कि अगर सही तरीके से योग किया जाए तो गर्भावस्था के दौरान यह न केवल सुरक्षित है, बल्कि मां और बच्चे के लिए फायदेमंद भी है. इसके अलावा ज्योति ने सबसे लंबा योग सत्र आयोजित करने का रिकॉर्ड भी बनाया है.
बच्चे भी नहीं रहे पीछे
विजय और ज्योति की 14 साल की बेटी, कोनाथाला जसमिता, ने एक मिनट में सबसे तेज एक पैर पर रस्सी कूदने का रिकॉर्ड बनाया. उन्होंने यह रिकॉर्ड 1 जून 2024 को चीन के हेनान प्रांत के झेंगझाउ में 168 बार कूदकर हासिल किया.
परिवार के सबसे छोटे सदस्य, पांच साल के कोनाथाला शंकर, ने भी गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है. उन्होंने एक मिनट में ट्रैंपोलिन पर 129 बार रस्सी कूदने का रिकॉर्ड बनाया. यह रिकॉर्ड उन्होंने 31 अक्टूबर 2024 को चांग्शा में हुए एक कार्यक्रम में हासिल किया. शंकर सबसे कम उम्र के व्यक्ति हैं जिन्होंने इस श्रेणी में यह यह रिकॉर्ड बनाया.
भारत और योग के प्रति गर्व
विजय कहते हैं कि उनका परिवार योग और खेल को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देना चाहता है. उन्होंने कहा, “हमारे परिवार ने जो किया, वह भारत के लिए है. योग हमारी संस्कृति की देन है. हम इसे पूरी दुनिया में फैलाना चाहते हैं.” विजय ने बताया कि उनका परिवार तेलुगु सुपरस्टार चिरंजीवी से प्रेरित है. चिरंजीवी ने उनके परिवार को अपने घर बुलाकर सम्मानित भी किया.
विजय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी अपने रिकॉर्ड समर्पित किए. उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी के अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की पहल ने लाखों लोगों को प्रेरित किया है. हम उनसे मिलने और अपनी यात्रा साझा करने का सपना देखते हैं. यह हमारे परिवार के लिए गर्व का पल होगा.”
-भारत एक्सप्रेस
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