17 साल का वो लड़का, जिसकी मौत के बाद फ्रांस में हिंसा भड़की.
France Riots Reason: यूरोप महाद्वीप का चौथा सबसे बड़ा देश फ्रांस इन दिनों हिंसा की आग में जल रहा है. वहां पिछले कई दिनों से इस्लाम मजहब के प्रदर्शनकारियों का हिंसक प्रदर्शन हो रहा है. फ्रांस के इंटीरियर मिनिस्टर गेराल्ड डर्मैनिन के मुताबिक, वहां प्रदर्शनकारियों ने अब तक देशभर में 2 हजार से ज्यादा कारें जला दी हैं और 700 से ज्यादा दुकानों, सुपरमार्केट्स, रेस्तरां और बैंकों में आगजनी और तोड़फोड़ मचा चुके हैं. हिंसा को काबू करने की कोशिश में जुटे 200 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए हैं.
हिंसा काबू करने के लिए 45 हजार पुलिसकर्मी तैनात
हिंसा के चौथे दिन फ्रांसिसी पुलिस ने 1300 दंगाइयों को गिरफ्तार किया है. रॉयटर्स के मुताबिक हालात काबू में करने के लिए 45 हजार पुलिसकर्मियों के साथ बख्तरबंद गाड़ियों को सड़कों पर तैनात कर दिया गया है. अब सवाल उठता है कि आखिर फ्रांस में ऐसा क्यों हो रहा है और हिंसा भड़कने की वजह क्या है?
फ्रांस में हिंसा भड़कने की वजह
फ्रांस में जारी हिंसा की मुख्य वजह एक नाबालिग लड़के की हत्या की घटना है. मुस्लिम प्रदर्शनकारियों का कहना है कि फ्रांस में उनके मजहब के एक 17 साल के लड़के की बिना किसी अपराध के हत्या कर दी गई, और ये हत्या किसी क्रिमिनल ने बल्कि पुलिस ने की है. उस लड़के का नाम- नाहेल था. नाहेल अपने माता-पिता की इकलौती संतान था. वह अल्जीरियाई मूल का था, और फ्रांस में बतौर डिलीवरी ब्वॉय काम करता था. साथ ही वह रग्बी लीग भी खेल चुका है.
पुलिस ने संदिग्ध मानकर मारी गोली
नाहेल की मां मौनिया का कहना है कि वह इलेक्ट्रिशियन बनना चाहता था, इसके लिए उसका एक कॉलेज में एडमिशन कराया गया था. नाहेल की मां ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कॉलेज में बेटे की अटेंडेंस खराब थी लेकिन उसपर किसी प्रकार के आपराधिक मामले दर्ज नहीं थे. 27 जून को जब वह कार ड्राइव कर रहा था, तो एक सड़क पर दो पुलिस अफसरों ने उसका रास्ता रोक लिया. उसके बाद थोड़ी बहस हुई और फिर उन्होंने वहीं नाहेल के सिर में गोली मार दी. यह घटना सीसीटीवी में कैद हो गई. मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया कि नाहेल के पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं था और पुलिस को देखकर उसने कार भगाई थी, इसलिए उसे संदिग्ध मानकर पुलिस ने गोली मार दी. इस घटना के बाद मुस्लिम समुदाय के लोग भड़क गए और उन्होंने प्रदर्शन शुरू कर दिया.