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गाजा पट्टी पर इजरायल की ताबड़तोड़ बमबारी, सैकड़ों टिन-तंबू उड़ाए, रफा शहर में रॉकेट बरसाकर 40 फिलिस्‍तीनी मारे

Israel Attack on Rafah: पश्चिमी एशिया में इजरायल-हमास संघर्ष शुरू होने के 7 महीने बीतने पर भी लड़ाई थमी नहीं है. आज इजरायली डिफेंस फोर्सेस ने गाजा पट्टी के सबसे दक्षिणी शहर रफा में जबरदस्त बमबारी की. वहां प्लास्टिक की पट्टियों से बने घर और टिन-तंबूओं पर रॉकेट भी बरसाए गए. इन हमलों में कम से कम 40 लोग मारे गए और सैकड़ों घायल हो गए.

फिलिस्तीनी मीडिया की ओर से बताया गया कि इजरायल के हमले के बाद गाजा पट्टी के सबसे दक्षिणी शहर रफा में शवों के ढेर लग गए. वहां नागरिक सुरक्षा और एम्बुलेंस कर्मचारियों को शवों को निकालने में काफी मशक्क्त करनी पड़ी. फिलिस्तीनियों के मुताबिक, हमले से पहले इजरायली सेना ने इस क्षेत्र को “सुरक्षित क्षेत्र” बताया था. हालांकि, उसके बाद गाजा पट्टी के सबसे दक्षिणी शहर रफा में इजरायल ने जबरदस्त बमबारी की.

जहां हमला हुआ वहां हमास के आतंकवादी थे: आईडीएफ

दूसरी ओर, इजरायली डिफेंस फोर्सेस (आईडीएफ) ने अपने बयान में कहा, “आईडीएफ विमान ने रफा में हमास परिसर पर हमला किया था, वहां हमास के आतंकवादी थे, वे आम लोग नहीं थे”. आईडीएफ की ओर से आगे कहा गया, “रफा में हमला अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत सटीक खुफिया जानकारी के आधार पर किया गया.”

इजरायली डिफेंस फोर्सेस से रफा में आक्रमण रोकने की मांग

इजरायल के दावे के उलट, हमास ने बमबारी की निंदा करते हुए इजरायली हमले को अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) के फैसले की पूर्ण अवज्ञा और अवहेलना बताया. अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने इजरायल से रफा में आक्रमण रोकने की मांग की थी. बताया जा रहा है कि रफा में हजारों फिलिस्तीनी शरणार्थी टेंट में संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी के गोदामों के पास रह रहे हैं.

इससे पहले 7 मई को, इजरायली सेना ने घोषणा की थी कि उसने मिस्र की सीमा पर गाजा पट्टी के दक्षिण में रफा के पूर्वी क्षेत्र में स्थित क्रॉसिंग के फिलिस्तीनी हिस्से पर नियंत्रण कर लिया है, जिसके चलते गाजा में प्रवेश करने वाली सहायता रोक दी गई है.

रफा हमास का आखिरी गढ़, 2007 से गाजा पट्टी पर नियंत्रण

इजरायल रफा को हमास का आखिरी गढ़ मानता है, जिसने 2007 से गाजा पट्टी को नियंत्रित किया हुआ है.

यह भी पढ़िए: Al Jazeera पर इजरायल ने लगाया बैन, Radiance Viewsweekly ने कहा— यह प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला

– भारत एक्‍सप्रेस

Vijay Ram

ऑनलाइन जर्नलिज्म में रचे-रमे हैं. हिंदी न्यूज वेबसाइट्स के क्रिएटिव प्रेजेंटेशन पर फोकस रहा है. 10 साल से लेखन कर रहे. सनातन धर्म के पुराण, महाभारत-रामायण महाकाव्यों (हिंदी संकलन) में दो दशक से अध्ययनरत. सन् 2000 तक के प्रमुख अखबारों को संग्रहित किया. धर्म-अध्यात्म, देश-विदेश, सैन्य-रणनीति, राजनीति और फिल्मी खबरों में रुचि.

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