भारतीय नौसैन्य पोत पहुंचे सिंगापुर
भारतीय नौसेना के दो अग्रणी युद्धपोत आसियान-भारत समुद्री अभ्यास के शुरुआती संस्करण में भाग लेने के लिए सोमवार को सिंगापुर पहुंचे. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. अभ्यास का बंदरगाह चरण दो मई से चार मई तक चांगी नौसेना केंद्र में आयोजित किया जाना है, जबकि समुद्री चरण सात से आठ मई तक दक्षिण चीन सागर में आयोजित किया जाएगा.
दक्षिण चीन सागर में हलचल
दक्षिण चीन सागर में पिछले कुछ वर्षों में चीन की काफी सैन्य हलचल देखी गई है. सिंगापुर पहुंचे दो भारतीय पोतों के नाम ‘आईएनएस सतपुड़ा’ और ‘आईएनएस दिल्ली’ हैं.
इस नौसैन्य अभ्यास में आसियान सदस्य देशों एवं भारत के नौ पोत, छह विमान और 1,800 से अधिक कर्मी भाग ले रहे हैं. भारतीय नौसेना दक्षिण चीन सागर में समुद्री अभ्यास करेगी, जहां पिछले कुछ साल से चीन की सैन्य आक्रामकता देखी जा रही है.
‘आईएनएस सतपुड़ा’ और ‘आईएनएस दिल्ली’
एडमिरल कुमार एआईएमई में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं, जो दो मई से आठ मई तक आयोजित होगा. अभ्यास का बंदरगाह चरण दो मई से चार मई तक चांगी नौसेना केंद्र में आयोजित किया जाना है, जबकि समुद्री चरण सात से आठ मई तक दक्षिण चीन सागर में आयोजित किया जाएगा. सिंगापुर पहुंचे दो भारतीय पोतों के नाम ‘आईएनएस सतपुड़ा’ और ‘आईएनएस दिल्ली’ हैं.
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भारतीय नौसेना और आसियान नौसेना
एडमिरल ने कहा कि एआईएमई 2023 भारतीय नौसेना और आसियान नौसेनाओं को एक साथ मिलकर काम करने और समुद्री क्षेत्र में निर्बाध अभियानों का अवसर प्रदान करेगा. रिपब्लिक ऑफ सिंगापुर नेवी (आरएसएन) और भारतीय नौसेना एआईएमई की सह-मेजबानी कर रहे हैं. सह-अभ्यास निदेशकों आरएसएन कमांडर फर्स्ट फ्लोटिला कर्नल एन कोक येंग डेनियल और भारतीय नौसेना के फ्लीट ऑपरेशंस ऑफिसर कमोडोर (सीडीआरई) प्रकाश गोपालन ने मंगलवार को चांगी नौसेना अड्डे में उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता की.