UP Police: उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले से नेपाल बॉर्डर लगता है. ऐसे में यहां से बड़ी संख्या में खाने-पीने की चीजों से लेकर जानवरों और मवेशियों की तस्करी होती रही है. इसको लेकर एसएसबी के जवान आए दिन सघन जांच अभियान चलाते रहते हैं. इस बीच हाल ही में एसएसबी ने करीब 111 राजस्थानी नस्ल के बकरों की तस्करी होने से रोकी थी और बकरों को लोकल यूपी पुलिस को सौंप दिया था. अब यहां से यूपी पुलिस के लोकल अधिकारियों की लापरवाही का मामला सामने आया है जिसके चलते इलाके के थानेदार को ही सस्पेंड कर दिया है.
खबरों के मुताबिक शुक्रवार को एसएसबी जवानों ने दो पिकअप वाहनों से तस्करी के लिए जा रहे राजस्थानी बकरों को बरामद कर लिया था. इसके साथ ही पिक अप वाहनों के ड्राइवरों समेत सभी बकरे स्थानीय पुलिस को दे दिए थे. इस मामले में जब लोकल पुलिस को कार्रवाई करनी चाहिए थी, तो उसके उलट पुलिस ने केस तक नहीं दर्ज किया और बकरों को गांव वालों के बीच ही बांट दिया.
यह भी पढ़ें-MP Elections 2023: “भारत गरीबी भी दूर करेगा और विकसित भी बनेगा,” ग्वालियर में बोले PM मोदी
एसपी ने थानेदार के खिलाफ लिया सख्त एक्शन
इसको लेकर काफी बवाल हुआ लेकिन जब जानकारी महाराजगंज के एसपी को मिली तो उन्होंने जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया है. अपने कर्तव्यों से विपरीत जाकर काम करने को लेकर महाराजगंज के एसपी ने ठूठीबारी के थानेदार उमेश कुमार को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है. उनका मानना है कि इस केस में थानेदार ने बेहद लापरवाही दिखाई है क्योंकि न तो उन्होंने कोई केस दर्ज किया और न ही हाई लेवल के अधिकारियों को इससे संबंधित कोई जानकारी दी. इसीलिए अब उनके खिलाफ लापरवाही के चलते एक्शन हुआ है.
यह भी पढ़ें-Gujarat News: गरबा नाइट्स में हार्ट अटैक का कहर, पिछले 24 घंटे में 12 लोगों की रुकीं धड़कनें
पहले भी लगे हैं लोकल पुलिस पर संगीन आरोप
ऐसा नहीं है कि यह कोई पहला मामला है, बल्कि यहां आए दिन ऐसे केस सामने आते रहते हैं, जहां तस्करी करने वाले लोग पकड़े जाते हैं लेकिन उनके खिलाफ एक्शन क्या होता है, यह पता कर पाना मुश्किल है. कई बार तो यह भी सामने आया है कि इन तस्करों के साथ लोकल पुलिस भी मिली हुई रहती है. कस्टम से लेकर लोकल पुलिस तक की इस लापरवाही के चलते ही नेपाल बॉर्डर से बड़ेॉ-बड़े अपराधी तक आर पार हो जाते हैं.
-भारत एक्सप्रेस