जहाज पर ड्रोन से हमला
Drone Attack: हिंद महासागर में करीब 200 समुद्री मील दूर पोरबंदर तट पर एक व्यापारिक जहाज पर संदिग्ध ड्रोन से हमले का मामला सामने आया है. इस हमले को लेकर अमेरिका के रक्षा विभाग ने दावा किया है कि जिस केमिकल टैंकर पर ड्रोन से हमला किया गया है वो ईरान से लॉन्च किया गया था. इस मामले को लेकर पेंटागन के प्रवक्ता की तरफ से बयान भी जारी किया गया है.
ईरान की ओर से एक तरफा हमला किया गया
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की खबर के मुताबिक, पेंटागन के प्रवक्ता ने कहा कि “लाइबेरिया का झंडा, जापान के स्वामित्व वाला और नीदरलैंड से चलने वाले केम प्लूटो हिंद महासागर में स्थानीय समया के अनुसार सुबह 10 बजे फंस गया था. इस पर ईरान की ओर से एक तरफा हमला करने वाले ड्रोन ने भारत के तट से 200 समुद्री मील दूर हमला किया.” पेंटागन ने ये भी कहा कि ये 2021 के बाद से कमर्शियल शिप पर 7वां हमला ईरानी हमला था.
हूती विद्रोहियों ने जहाजों पर तेज किए हमले
ये घटना उस वक्त हुई है जब ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने इजरायल-हमास युद्ध के बीच लाल सागर में जहाजों पर हमले तेज कर दिए हैं. जानकारी के अनुसार इस हमले में किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ है. टैंकर में जो आग हमले की वजह ले लगी थी, उसे बुझा दिया गया है.
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पी-8I समुद्री गश्ती विमान को किया गया तैनात
वहीं इस हमले को लेकर पीटीआई ने बताया कि यूनाइटेड किंगडम मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस की तरफ से घटना की सूचना दिए जाने के बाद नौसेना के पी-8I समुद्री गश्ती विमान को जहाज और उसके चालक दस्ते की सुरक्षा के लिए तैनात कर दिया गया है.
जहाज आईसीजीएस विक्रम को किया गया रवाना
भारतीय नौसेना ने कमर्शियल जहाज की मदद के लिए अग्रिम मोर्चे के एक युद्धपोत को भेज दिया है. इसके अलावा भारतीय तटरक्षकों ने भी कार्रवाई करते हुए जहाज आईसीजीएस विक्रम को घटनास्थल के लिुए रवाना किया है.
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-भारत एक्सप्रेस
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