राम जन्मभूमि परिसर
Ayodhya Ram Mandir: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बन रहे श्रीराम मंदिर आम लोगों के लिए जनवरी 2024 तक खोलने का फैसला लिया गया है. वहीं दिसंबर 2023 तक गर्भगृह का काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. इस बीच श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने कहा है कि राम मंदिर का अधिग्रहण क्षेत्र 67.703 एकड़ से बढ़ाकर 108 एकड़ करने पर विचार किया जा रहा है. उन्होंने साफतौर पर कहा है कि ‘मंदिर निर्माण के लिए जो जमीन मिली है, उसे 108 एकड़ तक बढ़ाने का फैसला लिया गया है, क्योंकि हिंदू समाज का पवित्र अंक 108 माना जाता है. इसके लिए ट्रस्ट के सदस्यों की बीच सहमति बन गई है.
इस फैसले के आने के बाद साफ जाहिर होता है कि या तो रामजन्मभूमि परिसर से सटे कुछ क्षेत्र का अधिग्रहण किया जाएगा या राम मंदिर ट्रस्ट सहमति बनाकर परिसर का क्षेत्र बढ़ाएगा. इसके साथ ही परिक्रमा के लिए भी 2 एकड़ अधिक भुमि को बढ़ाने का फैसला लिया गया है. 6 एकड़ परिधि में मंदिर का परकोटा बनना था, उसे बढ़ाकर 8 एकड़ कर दिया गया है.
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राम मंदिर के चारों ओर बनेगा परकोटा
वहीं, श्रीराम मंदिर के चारों एक किलोमीटर लंबाई में परकोटा बनाया जाएगा. पहले इसे 6 एकड़ भूमि में बनाना था जिसे अब बढ़ाकर 8 एकड़ भूमि में बनाया जाएगा. परकोटे की इस परिपथ में भगवान गणेश, माता सीता, जटायु, निषाद राज, शबरी, सहित रामायण से संबंधित पात्रों के भी मंदिर बनाए जाएंगे.
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद अधिग्रहित 67.703 एकड़ भूमि राम मंदिर निर्माण के लिए नवगठित श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को सौंप दी गई थी. श्री राम मंदिर निर्माण के साथ ही ट्रस्ट ने उक्त भूमि से सटे कुछ मंदिर और उनकी भूमि को खरीद लिया है, जिससे श्री राम जन्मभूमि परिसर का दायरा बढ़ाया जा सके. वहीं राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य और आंदोलन के दौरान 1989 में मंदिर का शिलान्यास करने वाले पहले शख्स कामेश्वर चौपाल का कहना है कि धीरे-धीरे राम जन्मभूमि परिसर का क्षेत्र 108 एकड़ तक बढ़ाया जाएगा.
–भारत एक्सप्रेस
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