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आज मेरी जिंदगी का बहुत बड़ा दिन’, भूटान का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार मिलने पर बोले PM मोदी- यह 140 करोड़ भारतीयों के लिए सम्मान

PM Modi on Bhutan highest civilian award: भूटान की राजधानी थिम्पू में आयोजित समारोह के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने  सम्मान के महत्व को स्वीकारते हुए कहा कि इसका श्रेय भारत की सामूहिक भावना को जाता है. उन्होंने कहा कि यह कोई व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है.

PM Modi on Bhutan highest civilian award

पीएम मोदी को सम्मानित करते भूटान के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति.

PM Modi on Bhutan highest civilian award: प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने भूटान के सर्वोच्च नागरिक सम्मान, ‘ऑर्डर ऑफ ड्रुक ग्यालपो’ से सम्मानित होने वाले पहले विदेशी सरकार प्रमुख बनकर इतिहास रच दिया है.पीएम मोदी ने राष्ट्र की ओर से गहरा आभार व्यक्त करते हुए, इस प्रतिष्ठित सम्मान को भारत के 1.4 बिलियन लोगों को समर्पित किया. 

भूटान की राजधानी थिम्पू में आयोजित समारोह के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने  सम्मान के महत्व को स्वीकारते हुए कहा कि इसका श्रेय भारत की सामूहिक भावना को जाता है. उन्होंने कहा कि यह कोई व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस तरह की मान्यता भूटान और भारत के बीच प्रगति की साझा यात्रा को रेखांकित करती है, जो उनके द्विपक्षीय संबंधों की ताकत को दर्शाती है.

जीवन भर की उपलब्धियों का सम्मान करने के लिए स्थापित ‘ऑर्डर ऑफ ड्रुक ग्यालपो’, अन्य सभी विशिष्टताओं को पार करते हुए, भूटान की सम्मान प्रणाली में सर्वोपरि महत्व रखता है. पहले केवल कुछ ही प्रतिष्ठित हस्तियों को यह गौरव प्राप्त हुआ था, पीएम मोदी उन चुनिंदा व्यक्तियों के समूह में शामिल हो गए हैं जिन्हें उनके असाधारण योगदान के लिए मान्यता प्राप्त है.

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पुरस्कार के साथ दिए गए प्रशस्ति पत्र में राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मोर्चों पर प्रधानमंत्री मोदी के अनुकरणीय नेतृत्व की सराहना की गई है. यह उनके नेतृत्व में भारत की उल्लेखनीय आर्थिक वृद्धि को उजागर करता है, इसे दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में पेश करता है और 2030 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है.

पीएम मोदी ने विश्व को दिखाई दिशा

पर्यावरण संरक्षण और नवीकरणीय ऊर्जा के प्रति पीएम मोदी की प्रतिबद्धता और उनकी परिवर्तनकारी पहलों ने उन्हें घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा दिलाई है. मोदी के प्रति भूटान की प्रशंसा उनकी उपलब्धियों से परे देश की आकांक्षाओं के प्रति उनके अटूट समर्थन और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका तक फैली हुई है.

अपने पूरे कार्यकाल के दौरान, पीएम मोदी ने दक्षिण एशिया के भीतर सहयोग और एकजुटता को बढ़ावा देते हुए ‘नेबरहुड फर्स्ट’ नीति का समर्थन किया है. उनकी भूटान यात्रा दोनों देशों के बीच स्थायी बंधन का प्रतीक है और अपनी विदेश नीति के एजेंडे में अपने पड़ोसियों को प्राथमिकता देने की भारत की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है.

भूटान पहुंचने पर पीएम मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया गया, जिसमें भूटानी युवाओं द्वारा भारत के गुजरात राज्य की जीवंत परंपराओं को प्रदर्शित करने वाला सांस्कृतिक प्रदर्शन भी शामिल था. गुजराती लोक नृत्य गरबा का प्रदर्शन पीएम मोदी की गूंज से गूंज उठा, जो दोनों देशों के बीच गहरी सांस्कृतिक समानता को दर्शाता है.

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पीएम की यात्रा जुड़ावों के आदान-प्रदान का प्रतीक

भारतीय प्रवासी और स्थानीय समुदायों के सदस्यों के साथ बातचीत करते हुए, पीएम मोदी ने भारत और भूटान के बीच मजबूत लोगों से लोगों के संबंधों की पुष्टि करते हुए प्रशंसा और कृतज्ञता की अभिव्यक्ति प्राप्त की. उनकी यात्रा उच्च-स्तरीय जुड़ावों के निरंतर आदान-प्रदान का प्रतीक है, जो अपने पड़ोसियों के प्रति भारत की दृढ़ प्रतिबद्धता और कूटनीति और दोस्ती के सिद्धांतों को रेखांकित करती है.

प्रधान मंत्री मोदी की ‘ऑर्डर ऑफ ड्रुक ग्यालपो’ की प्राप्ति भारत और भूटान के बीच स्थायी साझेदारी और आपसी सम्मान का प्रतीक है, जो आने वाले वर्षों में आगे के सहयोग और प्रगति की नींव रखती है.



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