Bharat Express

…तो क्या झूठ बोल रही AAP? चुनाव आयोग ने कैंपेन सॉन्ग पर रोक लगाने के दावे को किया खारिज, कही ये बात

मीडिया प्रमाणन एवं निगरानी कमेटी (एमसीएमसी) ने कैंपेन सांग के कॉटेंट में संशोधन कराने की सिफारिश कर उसे वापस लौटाया है.

Election Commission

आम आदमी पार्टी ने कैंपेन सॉन्ग पर रोक लगाने का दावा किया है

Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने बीते दिनों कैंपेन सॉन्ग ‘जेल का जवाब वोट से’ जारी किया था. इस कैंपेन सॉन्ग को लेकर आम आदमी पार्टी ने दावा किया है कि चुनाव आयोग ने इस गीत पर रोक लगा दी है. हालांकि इलेक्शन कमीशन ने AAP के इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है.

चुनाव आयोग ने रोक लगाने के दावों को खारिज किया

दिल्ली के चीफ इलेक्शन कमिश्नर कार्यालय से जुड़े एक सूत्र ने बताया गया कि AAP के चुनावी गीत पर रोक लगाने की बात को इलेक्शन कमीशन ने खारिज कर दिया है. इसके साथ ही कहा कि सभी राज्यों में मुख्य निर्वाचन अधिकारी के नेतृत्व में एक कमेटी काम करती है, ये कमेटी राजनीतिक पार्टियों और उनके प्रत्याशियों की प्रचार सामग्री पर नजर रखती है. उसी के आधार पर चुनाव से जुड़े गीत और प्रचार सामग्री को मंजूरी दी जाती है.

AAP ने किया ये दावा

दिल्ली के मुख्य चुनाव आयुक्त कार्यालय के अनुसार, राज्यों में बनी ये समितियां या तो प्रचार सामग्री को मंजूरी देती हैं या फिर रद्द कर देती हैं. इसके अलावा रोक लगाने का कोई नियम होता ही नहीं है. जबकि AAP का दावा है कि उनके कैंपेन सॉन्ग पर रोक लगा दी गई है.

यह भी पढ़ें- गांधी कैसे हो गईं प्रियंका?…शादी के बाद पति का सरनेम लगाती हैं लड़कियां, सीएम मोहन यादव का गांधी परिवार पर हमला

चुनाव आयोग ने दिए ये तर्क

मुख्य निर्वाचन अधिकारी का कहना है कि ‘जेल का जवाब वोट से’ कैंपेन गीत पर न्यायपालिका पर सवाल उठाए गए हैं. इसलिए मीडिया प्रमाणन एवं निगरानी कमेटी (एमसीएमसी) ने कैंपेन सॉन्ग के कॉटेंट में संशोधन कराने की सिफारिश कर उसे वापस लौटाया है. संशोधन के साथ आम आदमी पार्टी स्वीकृति के लिए दोबारा आवेदन दे सकती है. आम आदमी पार्टी को यह भी कहा गया है कि अगर वह MCMC के फैसले से सहमत नहीं है तो सीईओ की अध्यक्षता में बनी राज्यस्तरीय कमेटी में इसे चुनौती दे सकती है.

-भारत एक्सप्रेस



इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.

Also Read