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Jammu Kashmir: विधानसभा चुनाव में निर्दलीय उतरे संसद हमले के दोषी Afzal Guru के भाई का क्या हुआ

उत्तरी कश्मीर की सोपोर सीट से चुनाव मैदान में निर्दलीय उम्मीदवार ऐजाज अहमद गुरु ने चुनाव प्रचार के दौरान बुनियादी मुद्दों से निपटने और वंचितों की जरूरतों को पूरा करने का वादा किया था.

एजाज अहमद गुरु.

संसद हमले के दोषी अफजल गुरु के भाई और निर्दलीय उम्मीदवार एजाज अहमद गुरु (AIJAZ AHMAD GUROO) उत्तरी कश्मीर के सोपोर निर्वाचन क्षेत्र से 26,846 मतों से हार गए. नेशनल कॉन्फ्रेंस के उम्मीदवार इरशाद रसूल ने यहां से जीत हासिल की है.

अपने चुनाव अभियान के दौरान उन्होंने बुनियादी मुद्दों से निपटने और वंचितों की जरूरतों को पूरा करने का वादा किया, उन्होंने कहा कि सोपोर की चुनौतियां जम्मू और कश्मीर की व्यापक समस्याओं को दर्शाती हैं.

एजाज अहमद ने मैट्रिक की पढ़ाई पूरी नहीं की है, लेकिन उन्होंने संविधान की रक्षा करने और सोपोर की प्रमुख चुनौतियों का समाधान करने पर ध्यान केंद्रित करने के अपने दृढ़ संकल्प को व्यक्त किया था.

सीट पर क्या रही स्थिति

इस सीट पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के इरशाद रसूल कार (IRSHAD RASOOL KAR) ने 20 से अधिक मतों से जीत हासिल की. इरशाद को कुल 26,975 वोट मिले, जबकि 6,619 वोटों के साथ निर्दल उम्मीदवार मुरसलीन अजीर (MURSALEEN AAJIR) दूसरे नंबर रहीं. अफजल गुरु के भाई एजाज को सिर्फ 129 मत हासिल हुए. वह इस सीट पर 20वें नंबर पर रहे. यहां तक कि NOTA भी उनसे आगे रहा. NOTA को 341 मत मिले.

एजाज अहमद गुरु के भाई अफजल गुरु को दिसंबर 2001 में संसद पर हुए हमले में उसकी भूमिका के लिए 9 फरवरी, 2013 को तिहाड़ जेल में फांसी दे दी गई थी. एजाज 2014 में पशुपालन विभाग से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली और वर्तमान में एक ठेकेदार के रूप में काम कर रहे हैं.

-भारत एक्सप्रेस



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