शमीम फिरदौस, शगुन परिहार और सकीना मसूद (बाएं से दाएं).
जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) में मंगलवार (9 अक्टूबर) हुई मतगणना में पूर्व मंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस (National Conference) उम्मीदवार सकीना मसूद (Sakeena Masood) समेत तीन महिलाएं पुरुष प्रधान विधानसभा में पहुंचीं. इससे पहले 2014 में दो महिलाएं विधानसभा पहुंची थीं, जबकि 2008 में महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) समेत तीन महिलाएं चुनाव जीती थीं.
इनमें से भाजपा (BJP) की एकमात्र महिला उम्मीदवार शगुन परिहार (Shagun Parihar) ने किश्तवाड़ (Kishtwar) विधानसभा सीट पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री सज्जाद अहमद किचलू को हराया.
DH Pora विधानसभा सीट
चुनाव आयोग (Election Commission) की वेबसाइट के अनुसार, कुलगाम (Kulgam) जिले की डीएच पोरा (DH Pora) विधानसभा सीट पर 36,623 वोट पाने वाली सकीना मसूद (Sakeena Masood) ने 17,449 वोटों के अंतर से गुलजार अहमद डार को हराया, जिन्हें 19,174 वोट मिले.
सकीना मसूद ने इससे पहले नूराबाद सीट (जिसका नाम बदलकर डीएच पुरा सीट कर दिया गया है) 1996 और 2008 में दो बार जीती थी, जबकि उनके पिता वली मोहम्मद इटू ने चार बार यह सीट जीती थी.
नेशनल कॉन्फ्रेंस की एक अन्य उम्मीदवार शमीम फिरदौस (Shamim Firdous) ने श्रीनगर (Srinagar) जिले की हब्बाकदल (Habbakadal) सीट पर भाजपा उम्मीदवार अशोक कुमार भट को 9,538 मतों के अंतर से हराया. शमीम को 12,437 मत मिले. 1977 से अब तक नेशनल कॉन्फ्रेंस ने हब्बाकदल सीट 6 बार जीती है, जिसमें शमीम फिरदौस 2008 और 2014 में जीत के बाद निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं.
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किश्तवाड़ से शगुन परिहार जीतीं
29 वर्षीय शगुन परिहार ने 29,053 वोट प्राप्त किए और सज्जाद अहमद किचलू को 521 वोटों के अंतर से हराया. सज्जाद, जिन्होंने 2002 और 2008 में और अपने पिता ने यहां से तीन बार जीत दर्ज की है, को 28,532 वोट मिले. PDP के फिरदौस अहमद टाक को सिर्फ 997 वोट मिले, जिससे उनकी जमानत जब्त हो गई.
शगुन परिहार ने चुनाव जीतने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘मैं किश्तवाड़ के लोगों के सामने झुकती हूं, जिन्होंने मुझ पर और मेरी पार्टी पर भरोसा जताया. उनके समर्थन की मैं तहे दिल से सराहना करती हूं. मैं उनके समर्थन से अभिभूत हूं.’ उन्होंने जोर देकर कहा कि उनकी जीत सिर्फ उनकी नहीं है, बल्कि जम्मू-कश्मीर के राष्ट्रवादी लोगों की है. उन्होंने कहा, ‘यह उनका आशीर्वाद है.’
इल्तिजा मुफ्ती की हार
हालांकि, पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती (Iltija Mufti) सुरगुफवारा-बिजबेहरा (Surgufwara-Bijbehara) से चुनाव हार गईं और पूर्व मंत्री आसिया नकाश हजरतबल सीट से हार गईं. इल्तिजा को 23,529 वोट मिले और वह नेशनल कॉन्फ्रेंस के बशीर अहमद वीरी से 9,770 वोटों से हार गईं. वीरी को 33,299 वोट मिले.
जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में 41 महिला उम्मीदवार मैदान में थीं. 2014 में 24 महिला उम्मीदवार मैदान में थीं, जिनमें से आसिया नकाश हजरतबल सीट से जीतीं, जबकि शमीम फिरदौस ने हब्बाकदल सीट जीती. 2008 में 67 महिला उम्मीदवार मैदान में थीं, जिनमें से तीन उम्मीदवार विधानसभा के लिए चुनी गई थीं.
-भारत एक्सप्रेस
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