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Maha Kumbh: UP Police ने बनाई विशेष फ्लोटिंग पुलिस चौकी, भक्तों की सुरक्षा के लिए तैनात की नावें

श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस ने गंगा और यमुना नदी में विशेष फ्लोटिंग पुलिस चौकी (पानी पर तैरने वाली पुलिस चौकी) का निर्माण किया गया है. यह चौकी Maha Kumbh में आए तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी. 

Kumbh Mela 2025

सोमवार (13 जनवरी) पौष पूर्णिमा के शुभ अवसर पर महाकुंभ 2025 का भव्य आरंभ हुआ. ऐतिहासिक नगरी प्रयागराज में गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम पर दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक मेला शुरू हो चुका है. इस वर्ष के महाकुंभ में अनुमानित 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आगमन की संभावना है, जो इसे मानवता के सबसे बड़े समागम में से एक बनाता है.

श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक अनूठी पहल की है. गंगा और यमुना नदी में विशेष फ्लोटिंग पुलिस चौकी (पानी पर तैरने वाली पुलिस चौकी) का निर्माण किया गया है. यह चौकी न केवल तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी बल्कि भीड़ प्रबंधन और आपातकालीन सहायता में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.

फ्लोटिंग पुलिस चौकी और सुरक्षा व्यवस्था

पुलिस चौकी आधुनिक तकनीक से सुसज्जित है और इसमें संचार, निगरानी और प्राथमिक चिकित्सा की सुविधा मौजूद है. इसके साथ ही, सुरक्षा बल नावों के माध्यम से गंगा और यमुना के घाटों पर लगातार गश्त कर रहे हैं.

सुरक्षा कर्मियों की तैनाती: 

महाकुंभ क्षेत्र में 20,000 से अधिक सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है, जिनमें उत्तर प्रदेश पुलिस, जल पुलिस, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें शामिल हैं.

CCTV निगरानी: 

पूरे मेले क्षेत्र को सीसीटीवी कैमरों के जरिए कवर किया गया है.

आपातकालीन प्रतिक्रिया टीम

नदी में डूबने जैसी दुर्घटनाओं से निपटने के लिए गोताखोरों और नावों की त्वरित प्रतिक्रिया टीम तैयार है.

श्रद्धालुओं के लिए विशेष सुविधाएं

प्रशासन ने इस बार श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कई नई योजनाएं बनाई हैं:

विशेष यातायात प्रबंधन

श्रद्धालुओं के वाहन पार्किंग से लेकर मेले तक पहुँचने के लिए शटल सेवाएं चालू की गई हैं.

स्वास्थ्य सेवाएं

घाटों पर प्राथमिक चिकित्सा केंद्र और अस्थायी अस्पताल स्थापित किए गए हैं.

डिजिटल सूचना प्रणाली

महाकुंभ के हर क्षेत्र में डिजिटल साइन बोर्ड लगाए गए हैं, जो श्रद्धालुओं को मार्गदर्शन देने के लिए लाइव जानकारी प्रदान करेंगे.

महाकुंभ का धार्मिक महत्व

महाकुम्भ (Kumbh) हिंदू धर्म का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है, जो हर 12 साल में होता है. पौष पूर्णिमा का यह दिन स्नान के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है. इस दिन संगम में स्नान करने से सभी पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है.

प्रयागराज में इस समय भक्ति और आस्था का अनोखा संगम देखने को मिल रहा है. गंगा किनारे गूंजते मंत्रोच्चार, घंटों की आवाज, और लाखों श्रद्धालुओं की श्रद्धा ने महाकुंभ को अलौकिक अनुभव में बदल दिया है.

सुरक्षा और सुविधा की कड़ी व्यवस्था के साथ, महाकुंभ 2025 (Maha Kumbh) का यह भव्य आयोजन विश्व में एक बार फिर भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत की अनूठी पहचान को स्थापित करेगा.


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-भारत एक्सप्रेस



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