भारत ने अरुणाचल में किया युद्धाभ्यास
China: चीन के साथ बढ़ते तनाव को देखते हुए भारत अरुणाचल प्रदेश में अपनी युद्ध क्षमताओं को और ज्यादा मजबूत करने पर ध्यान दे रहा है. भारी संख्या में आर्टिलरी और युद्ध से जुड़े मारक हथियारों की तैनाती की गई है. ‘बुलंद भारत’ नाम से एक सैन्य अभ्यास चल रहा है. जिसमें सेना अपनी क्षमताओं के साथ-साथ विषम परिस्थिति में युद्ध के लिए खुद को तैयार कर रही है. अंग्रेजी अखबार ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ के मुताबिक सैन्य प्रशिक्षण अभ्यास में सेना ने 155 मिमी बोफोर्स हॉवित्जर, 105 मिमी फील्ड गन और 120 मिमी मोर्टार का इस्तेमाल किया है.
लद्दाख में चीनी सेना के साथ हुए खूनी संघर्ष के तीन साल बीत चुके हैं. इसके बाद से भारत ने 3,488 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर आर्टिलरी की एक बड़ी श्रृंखला की तैनाती कर चुका है. इनमें पुरानी 105 एमएम फील्ड गन और बोफोर्स, ‘अपगन’ धनुष और शारंग गन, पिनाका और स्मर्च मल्टी-लॉन्च रॉकेट सिस्टम, नए एम-777 अल्ट्रा-लाइट हॉवित्जर और “विंटराइज्ड” के-9 वज्र सेल्फ-प्रोपेल्ड ट्रैक शामिल हैं.
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चीन ने सिक्किम-अरुणाचल प्रदेश सीमा पर भी अपनी हरकतें तेज कर दी हैं, जिसके परिणामस्वरूप 9 दिसंबर को तवांग सेक्टर के यांग्त्से में दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प हुई थी. सेना और भारतीय वायुसेना युद्ध की तैयारी का परीक्षण करने के लिए कई अभ्यास कर रही है. “बुलंद भारत अभ्यास” में विशेष बलों, विमानन तत्वों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के साथ आर्टिलरी और इंफेंट्री के साथ तालमेल का प्रयोग शामिल रहा है.
टाइम्स ऑफ इंडिया ने सूत्रों के हवाला से बताया है कि सैन्य अभ्यास के दौरान तय लक्ष्यों को नष्ट करने के लिए, रडार के साथ पैदल सेना और आर्टिलरी गन द्वारा सिंक्रोनाइज़्ड फायरिंग के साथ उच्च मात्रा वाली मारक क्षमता का उपयोग करने की योजना को साधा गया.
– भारत एक्सप्रेस
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