जम्मू कश्मीर में पर्यटकों की संख्या में इजाफा
Jammu Kashmir: जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद से विकास की गति को तेजी मिल रही है. हालांकि अभी भी कुछ हिस्से आर्थिक रूप से संघर्ष कर रहे हैं. केंद्र सरकार द्वारा 2019 में अनुच्छेद 370 को खत्म करने के बाद से यहां पर पर्यटकों की संख्या में इजाफा हो रहा है. भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव का केंद्र कश्मीर में पर्यटन में तेजी देखी जा रही है. भारत ने 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के समूह की देख-रेख में आयोजित पर्यटन पर एक सम्मेलन में कश्मीर की स्थिरता को उजागर करने का लक्ष्य रखा, जिसकी अध्यक्षता भारत ने मई 23 और 24 मई को की थी. यहां अब कला और खेल उद्दोग भी फिर से फलफूल रहा है.
जम्मू और कश्मीर की कहानी कहने वाली संगीत (शैली लादिशा) धीरे-धीरे मर रही है, लेकिन कुछ युवा कश्मीर की सदियों पुरानी लुप्त होती संस्कृति को संरक्षित करने के लिए पुरानी संगीतमय कहानी कहने की तकनीक को फिर से उजागर करने की कोशिश में लगे हुए हैं. क्योंकि पर्यटन उद्दोग तेजी से फलफूल रहा है. केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में प्रशासनिक परिषद (AC) ने पिछले सप्ताह पर्यटन विभाग के तहत विभिन्न निगमों में श्रीनगर के सेंटौर लेक व्यू होटल में काम कर रहे होटल कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (HCIL) के 145 कर्मचारियों को मंजूरी दे दी थी.
145 कर्मचारियों को मिली मंजूरी
कमेटियों की सिफारिशों पर यह निर्णय लिया गया कि जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश होटल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के मौजूदा कर्मचारियों को मौजूदा नियमों और शर्तों पर शामिल करेगा. इसके बाद दो दर्जन से अधिक देशों के प्रतिनिधियों के साथ इस कार्यक्रम के माध्यम से दिखाया कि वर्षों के संघर्ष के बाद इस क्षेत्र में जीवन सामान्य हो रहा है. भारत स्थित दूतावास ने ट्वीट करते हुए लिखा कि प्रसिद्ध डल झील में प्रतिनिधियों को शिकारा में रंगीन नाव की सवारी का आनंद लेते देखा गया. “दिन का अंत डल झील पर एक सुंदर शिकारा सवारी के साथ हुआ, इसके बाद एक सांस्कृतिक प्रदर्शन और स्वादिष्ट वाज़वान डिनर हुआ! त्रुटिहीन व्यवस्था के लिए @g20org@JandKTourism@srinagaradmin@tourismgoi को धन्यवाद!”
– भारत एक्सप्रेस
इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.