
गौतम अडानी, चेयरमैन, अडानी ग्रुप के
अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (AGEL) ने स्थिरता के लिए एक नया मानक स्थापित किया है, जो 14 गीगावाट से अधिक के विशाल परिचालन पोर्टफोलियो के साथ दुनिया की पहली अक्षय ऊर्जा स्वतंत्र विद्युत उत्पादक (आईपीपी) बन गई है, जिसने अपने संपूर्ण परिचालन पोर्टफोलियो में जल सकारात्मकता को बदल दिया है.
AGEL ने एक साल पहले हासिल किया लक्ष्य
एजीईएल ने अपने वित्त वर्ष 26 के लक्ष्य से एक साल पहले जल सकारात्मकता हासिल की. यह इस मील के पत्थर तक पहुंचने वाली शीर्ष 10 वैश्विक (परिचालन आरई पोर्टफोलियो के संदर्भ में) कंपनियों में पहली और एकमात्र कंपनी है. एजीईएल को 103 परिचालन स्थलों और 85 जल संरक्षण स्थलों पर एजीईएल के जल लेखांकन डेटा का व्यापक ऑडिट और मूल्यांकन करने के बाद एक वैश्विक आश्वासन फर्म इंटरटेक द्वारा जल सकारात्मक प्रमाणित किया गया है.
यह भारत में जल सकारात्मक प्रमाणित होने वाली इस पैमाने की एकमात्र अक्षय ऊर्जा कंपनी भी है. कंपनी के अनुसार, गुजरात के खावड़ा के निर्जन और बंजर विस्तार तथा थार रेगिस्तान के शुष्क क्षेत्रों में, एजीईएल की जल सकारात्मकता आशा और नवाचार के रूप में उभरी है.
AGEL का जल संरक्षण कितना?
इस उपलब्धि की महत्ता को समझने के लिए, इस बात पर गौर करना जरूरी है कि AGEL का जल संरक्षण लगभग 467 ओलंपिक आकार के स्विमिंग पूल के बराबर है और यह लक्षद्वीप की अर्ध-वार्षिक जल मांग को पूरा करने के लिए पर्याप्त है. 85 पुनर्जीवित तालाब अब जल-संकटग्रस्त समुदायों सहित 1,23,000 से अधिक लोगों को लाभान्वित कर रहे हैं.
AGEL की परिचालन क्षमता का 54 प्रतिशत से अधिक सौर मॉड्यूल के लिए रोबोटिक सफाई तकनीक का उपयोग करता है, जिससे सालाना लगभग 546 मिलियन लीटर पानी की बचत होती है.
इस शानदार उपलब्धि की ओर AGEL की यात्रा एक दूरदर्शी ESG लक्ष्य के साथ शुरू हुई, जिसका उद्देश्य उनके 200 मेगावाट से अधिक परिचालन संयंत्रों को जल-सकारात्मक बनाना था. यह लक्ष्य न केवल वित्त वर्ष 23 में ही पूरा हो गया, बल्कि AGEL ने वित्त वर्ष 26 तक पूरे परिचालन पोर्टफोलियो में जल-सकारात्मकता लक्ष्य का विस्तार करने का लक्ष्य रखा. कंपनी ने कहा कि AGEL ने इस उल्लेखनीय लक्ष्य को निर्धारित समय से एक साल पहले ही हासिल कर लिया है.
“हम केवल हरित ऊर्जा उत्पन्न नहीं करते हैं…”
AGEL के प्रवक्ता ने कहा, “हम केवल हरित ऊर्जा उत्पन्न नहीं करते हैं. हम इसे हरित तरीके से बनाते हैं. जलवायु परिवर्तन वैश्विक जल तनाव को और बढ़ाएगा और भारत उन देशों में से है जो जल सुरक्षा चुनौतियों का सबसे अधिक सामना कर रहे हैं. भारत में प्रति व्यक्ति उपलब्ध मीठे पानी का स्तर कम है और उपयोग का स्तर उच्च है. इसलिए यह उपलब्धि मायने रखती है.” कंपनी ने कहा, ऐसे देश में जहां पानी की कमी लाखों लोगों को प्रभावित करती है, यह मील का पत्थर सिर्फ कॉर्पोरेट सफलता नहीं है, यह एक स्थिरता क्रांति है.
कंपनी ने आगे कहा, सौर पैनलों की जल रहित रोबोटिक सफाई, पारंपरिक जल निकायों को गहरा करना, वर्षा जल संचयन और आर्द्र हवा से संघनित स्वच्छ पेयजल जैसी विभिन्न पायलट परियोजनाओं जैसी उन्नत जल-बचत तकनीकों का लाभ उठाकर, AGEL यह साबित कर रहा है कि स्वच्छ ऊर्जा को कीमती प्राकृतिक संसाधनों की कीमत पर नहीं आना चाहिए.
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AGEL के ऑपरेटिंग पोर्टफोलियो को वाटर पॉजिटिव, सिंगल-यूज प्लास्टिक फ्री और जीरो वेस्ट-टू-लैंडफिल के रूप में प्रमाणित किया गया है, जो कंपनी की सतत विकास को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता का प्रमाण है. एक साहसिक ESG लक्ष्य के रूप में शुरू हुआ यह अब एक राष्ट्रव्यापी बेंचमार्क बन गया है, जिसने AGEL, भारत की सबसे बड़ी RE कंपनी को हरित ऊर्जा और ब्लू प्लैनेट आंदोलन में सबसे आगे रखा है.
-भारत एक्सप्रेस
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