

एशिया-पैसिफिक (APAC) के टॉप 11 बाजारों में ऑफिस स्पेस की मांग 2024 में 15.9% बढ़कर 8.8 मिलियन वर्ग मीटर (94.7 मिलियन वर्ग फुट) हो गई. इस वृद्धि में भारत, चीन और जापान का सबसे बड़ा योगदान रहा. खासतौर पर 2024 की दूसरी छमाही (H2 2024) में यह मांग 4.7 मिलियन वर्ग मीटर (50.6 मिलियन वर्ग फुट) तक पहुंच गई, जो 2023 की तुलना में 6.1% ज्यादा है. भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया में डिमांड तेज़ी से बढ़ी, जबकि न्यूजीलैंड, फिलीपींस, दक्षिण कोरिया, हांगकांग और ताइवान में लीजिंग धीमी रही.
भारत की मजबूत स्थिति
- 2024 में भारत, चीन और जापान ने कुल मांग का 90% से अधिक हिस्सा लिया.
- H2 2024 में ऑस्ट्रेलिया में लीजिंग कई गुना बढ़ी, जबकि भारत और जापान में यह क्रमशः 11% और 5% बढ़ी.
- भारत में H2 2024 के दौरान 3.44 मिलियन वर्ग मीटर (37.0 मिलियन वर्ग फुट) ऑफिस स्पेस लीज़ हुआ, जो सालाना 11% ज्यादा है.
- H2 2024 में APAC के टॉप 11 बाजारों में भारत ने 60% नई आपूर्ति दी.
Colliers की रिपोर्ट “Asia Pacific Office Market Insights H2 2024 and Outlook 2025” के मुताबिक, यह बढ़ोतरी कॉर्पोरेट विस्तार, वर्क-फ्रॉम-ऑफिस की वापसी और ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स (GCCs) की ग्रोथ से हो रही है. रिपोर्ट में ऑस्ट्रेलिया, चीन, हांगकांग, भारत, इंडोनेशिया, जापान, न्यूजीलैंड, फिलीपींस, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया और ताइवान जैसे बाजारों को शामिल किया गया है.
भारत में लीजिंग का दबदबा
भारत ने 2024 में कुल 6.17 मिलियन वर्ग मीटर (66.4 मिलियन वर्ग फुट) ऑफिस स्पेस लीज़ किया, जिसमें दूसरी छमाही का प्रदर्शन मजबूत रहा. H2 2024 में भारत ने 3.44 मिलियन वर्ग मीटर (37.0 मिलियन वर्ग फुट) लीज़ किया, जो सालाना 11% की वृद्धि दिखाता है.
H2 2024 में भारत में टेक कंपनियों और फ्लेक्स स्पेस ऑपरेटर्स ने शीर्ष 6 शहरों में कुल 46% ऑफिस स्पेस लीज़ किया. नई आपूर्ति भी बनी रही, जिसमें 2.81 मिलियन वर्ग मीटर (30.3 मिलियन वर्ग फुट) ऑफिस स्पेस तैयार हुआ. यह 7% सालाना वृद्धि है. बेंगलुरु और हैदराबाद इस वृद्धि में सबसे आगे रहे, जिन्होंने भारत की कुल Grade A स्पेस मांग और आपूर्ति का आधे से अधिक हिस्सा लिया. भारत में लीजिंग और नई आपूर्ति बढ़ने के बावजूद, खाली ऑफिस स्पेस दर लगभग 17% पर स्थिर रही.
विशेषज्ञों की राय
Colliers इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर, ऑफिस सर्विसेज, अर्पित मेहता ने कहा, “APAC का ऑफिस बाजार H2 2024 में मजबूत बना रहा. मांग सालाना 6.1% बढ़कर 4.7 मिलियन वर्ग मीटर (50.6 मिलियन वर्ग फुट) हो गई. भारत, चीन और जापान ने इस वृद्धि को आगे बढ़ाया. भारत ने 60% नई आपूर्ति दी, जबकि ऑस्ट्रेलिया की लीजिंग में भारी इजाफा हुआ. 2025 में हम मांग और आपूर्ति में संतुलन की उम्मीद कर रहे हैं, जो स्थिर आर्थिक विकास और महंगाई में संभावित कमी से समर्थित होगा.”
Colliers इंडिया के सीनियर डायरेक्टर और रिसर्च हेड विमल नादर ने कहा, “H2 2024 में भारत ने 70% लीजिंग और 60% नई आपूर्ति दर्ज की. मजबूत घरेलू लीजिंग और GCCs की बढ़ती मांग से भारत में ऑफिस स्पेस की डिमांड बनी रहेगी. H2 2024 में GCCs ने 1.4 मिलियन वर्ग मीटर (~15 मिलियन वर्ग फुट) ऑफिस स्पेस लीज़ किया, जो कुल लीजिंग का 40% था. कम किराया, प्रतिभाशाली वर्कफोर्स और भाषा दक्षता जैसे कारक भारत में GCCs और आउटसोर्सिंग हब के विस्तार को बढ़ावा देते रहेंगे.”
Colliers के Occupier Services, APAC के मैनेजिंग डायरेक्टर माइक डेविस ने कहा, “2025 में ऑफिस बाजार सकारात्मक बना रहेगा. हाई-डिमांड वाले बाजारों में किराये बढ़ सकते हैं, खासकर बाहरी बिजनेस जिलों में. APAC का ऑफिस लीजिंग बाजार स्थिर रहेगा, जिसमें ग्रोथ, लचीलापन और कॉर्पोरेट विस्तार की प्रवृत्ति जारी रहेगी. कंपनियां आधुनिक, लचीले और सहयोगपूर्ण माहौल वाले ऑफिस स्पेस को प्राथमिकता देंगी.”
Colliers के बारे में
Colliers एक अग्रणी वैश्विक पेशेवर सेवा कंपनी है, जो कमर्शियल रियल एस्टेट, इंजीनियरिंग कंसल्टेंसी और इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट में विशेषज्ञता रखती है. कंपनी 70 देशों में संचालित होती है और इसके पास 22,000 पेशेवरों की टीम है. Colliers ने लगभग 30 वर्षों में 20% की वार्षिक निवेश वृद्धि दर हासिल की है. इसकी वार्षिक राजस्व $4.5 बिलियन से अधिक है और इसके पास $99 बिलियन से अधिक की परिसंपत्तियां प्रबंधन में हैं.
-भारत एक्सप्रेस
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