प्रतीकात्मक तस्वीर
Blinkit Delivery Partner Strike : फूड डिलीवरी ऐप जोमैटो ( Zomato ) के मालिकाना हक वाली कंपनी Blinkit के डिलीवरी पार्टनर्स ( Delivery Partners ) कुछ दिनों से स्ट्राइक पर. अब जोमैटो ने कहा है कि उन्होने Blinkit डिलीवरी पार्टनर्स के पे आउट स्ट्रक्चर में बदलाव बिजनेस और डिलीवरी पार्टनर्स की जरूरत के हिसाब से किया है. कंपनी ने आगे कहा कि ब्लिंकिट ( BLINKIT Strike ) के इस स्ट्राइक का असर जोमैटो की सर्विस और आय दोनों पर नहीं पड़ेगा.
कंपनी ने कहा कि ब्लिंकिट कंपनी ( blinkit ) के रेवेन्यू का 1 फीसदी से भी कम का हिस्सा है यही कारण है कि ब्लिंकिट की स्ट्राइक का असर कंपनी के फाइनेशियल ऑपरेशन ( financial operations ) और आय को प्रभावित नहीं करेंगे. इसीलिए SEBI (LODR) Regulations, 2015 की धारा 30 के तहत इस इंवेंट की जानकारी देना जरूरी नहीं है.
ज़ोमैटो ने एक्सचेंजों को अपनी फाइलिंग में कहा कि कंपनी ने ये कदम “कस्टमर एक्सपीरिएंस में सुधार करने और डिलीवरी पार्टनर्स के फ्रॉड की वजह से होने वाले कैसलेशन को कम करने के लिए किया गया है। इस तरह के बदलाव जरूरत के हिसाब से कंपनी करती रहेगी .
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कंपनी ने हाल ही में डिलीवरी पार्टनर्स के सैलेरी स्ट्रक्चर में बदलाव कर दिया है. कंपनी पहले प्रति ऑर्डर पर 25 रुपये का पेमेंट करती थी, जिसे अब फिर 15 रुपये कर दिया गया है. इस बदलाव की वजह से ही कंपनी को विरोध का सामना करना पड़ा रहा है, डिलीवरी पार्टनर्स का कहना है कि इस वजह से उनकी कमाई कम हो जाएगी और इस बिजनेस में उन्हे कोई फायदा नहीं
फाइलिंग में कंपनी ने बताया है कि हाल में इस हड़ताल के दौरान कर्मचारियों की सुरक्षा को देखते हुए उन्हें कुछ स्टोर्स को हमेशा के लिए बंद भी करना पड़ा है.