
खान मंत्रालय द्वारा जारी नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल-मई के लिए भारत का लौह अयस्क उत्पादन 0.6% बढ़कर 53 मिलियन मीट्रिक टन (MMT) हो गया, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 52.7 MMT था. वित्त वर्ष 25 में कुल लौह अयस्क उत्पादन 289 MMT था.
अप्रैल-मई में मैंगनीज अयस्क का उत्पादन पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के 0.69 एमएमटी से 1.4% बढ़कर 0.70 एमएमटी हो गया है. बॉक्साइट का उत्पादन 0.9% बढ़कर 4.73 एमएमटी हो गया, जबकि जिंक कंसन्ट्रेट उत्पादन 3.7% बढ़कर 0.29 एमएमटी हो गया और चूना पत्थर का उत्पादन 1.6% बढ़कर 81.40 एमएमटी हो गया.
अलौह धातुओं (Non-Ferrous Metals) में प्राथमिक एल्युमीनियम उत्पादन में इस वित्त वर्ष अप्रैल-मई में 1.3% की वृद्धि दर्ज की गई जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 6.98 LT से बढ़कर 7.07 लाख टन (LT) हो गया. तांबे का उत्पादन भी 43.5% बढ़कर 0.99 LT हो गया है.
भारत की वाणिज्यिक खदानों से कोयला उत्पादन अप्रैल-जून तिमाही में 16.4 प्रतिशत बढ़ा
कोयला उत्पादन 16.4 प्रतिशत बढ़कर 46.01 मिलियन टन पहुंचा
वहीं वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के दौरान देश की कैप्टिव और वाणिज्यिक खदानों से कोयला उत्पादन पिछले वर्ष की इसी तिमाही के 39.53 मिलियन टन से 16.4 प्रतिशत बढ़कर 46.01 मिलियन टन हो गया. यह जानकारी कोयला मंत्रालय द्वारा बुधवार को जारी किए गए आधिकारिक आंकड़ों से मिली.
सरकारी डेटा के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में इन खदानों से कोयले का डिस्पैच 13 प्रतिशत बढ़कर 51.63 मिलियन टन हो गया है, जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में यह आंकड़ा 45.68 मिलियन टन था. लगातार तीसरे वर्ष कोयले के उत्पादन और डिस्पैच में तिमाही वृद्धि, बेहतर दक्षता और खनन क्षमता के बेहतर उपयोग को दर्शाती है.
जून माह में कैप्टिव और वाणिज्यिक खदानों से कोयला उत्पादन 15.57 मिलियन टन (एमटी) और डिस्पैच 17.31 मिलियन टन (एमटी) रिकॉर्ड किया गया है. सरकार ने बयान में बताया, “जून में उत्कल ए खदान के लिए खदान खोलने की अनुमति प्रदान की गई, जिसकी अधिकतम निर्धारित क्षमता 25 मीट्रिक टन है.”
साथ ही तीन कोयला ब्लॉकों के लिए स्वामित्व आदेश जारी किए गए, जिससे कोयला मंत्रालय द्वारा आवंटित कोयला ब्लॉकों की कुल संख्या 200 से अधिक हो गई. कोयला मंत्रालय ने अपने बयान के अंत में कहा, “घरेलू कोयला उत्पादन को बढ़ाना, एक मजबूत और आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण में महत्वपूर्ण योगदान देना है.”
इससे पहले केंद्र सरकार ने मंगलवार को कहा था कि कोल एक्सप्लोरेशन वैल्यू चेन के एंड-टू-एंड डिजिटलीकरण को प्राप्त करने की दिशा में कोयला मंत्रालय सिंगल विंडो क्लीयरेंस सिस्टम वेब पोर्टल पर एक्सप्लोरेशन मॉड्यूल लॉन्च करने के लिए तैयार है.
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-भारत एक्सप्रेस
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