भारत में 2025 के लिए रोजगार की संभावनाएं उज्जवल नजर आ रही हैं. देश की कई बड़ी कंपनियां, जैसे कोलगेट-पामोलिव, डीएस ग्रुप, केपीएमजी, डेलॉइट, टाटा स्टील, टेक महिंद्रा और मीशो, नई भर्तियों की योजनाएं बना रही हैं. इन भर्तियों का फोकस मुख्य रूप से नई तकनीकों जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), डेटा एनालिटिक्स और सस्टेनेबिलिटी पर होगा. इसके अलावा, कंपनियां अपने कार्यबल में विविधता लाने और नई प्रतिभाओं को जोड़ने पर भी जोर देंगी.
इन सेक्टर्स में सबसे ज्यादा नौकरियां
एक रिपोर्ट के अनुसार, 2025 में नौकरियों की संख्या में कम से कम 10% की वृद्धि होगी. सबसे ज्यादा नौकरियां सेमीकंडक्टर, स्टार्टअप्स, साइबर सुरक्षा, नवीकरणीय ऊर्जा, और AI जैसे क्षेत्रों में देखने को मिलेंगी. डीएस ग्रुप अपने नए प्रोडक्ट लॉन्च और विस्तार योजनाओं के लिए टीम बढ़ाएगा, जबकि कोलगेट-पामोलिव भारत को एक महत्वपूर्ण बाजार मानते हुए अपने कार्यबल का विस्तार करेगा. IT कंपनी टेक महिंद्रा और ई-कॉमर्स फर्म मीशो कैंपस से नई भर्तियां करेंगी.
मीशो ने 2024 में तेज विकास के लिए कई भर्तियां की थीं. वर्तमान में कंपनी में 1,700 कर्मचारी हैं, जिनमें से 500 महिलाएं हैं. 2025 में भी कंपनी इस गति को बनाए रखने की योजना बना रही है. मीशो के एचआर प्रमुख ने कहा कि उनकी कैंपस हायरिंग में पिछले साल की तुलना में तीन गुना वृद्धि हुई है, जिससे भविष्य के लिए एक मजबूत और विविध टैलेंट पाईपलाइन तैयार की जा रही है.
टेक महिंद्रा और टाटा स्टील की योजनाएं
टेक महिंद्रा भी 2025 में इंजीनियरिंग कॉलेजों से 5,000 छात्रों को हायर करने की योजना बना रहा है. कंपनी का ध्यान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और डेटा एनालिटिक्स जैसी नई तकनीकों पर रहेगा. इसी तरह, केपीएमजी भी 2025 में आक्रामक तरीके से भर्तियां करेगा. कंपनी डेटा साइंस, क्लाउड, AI/ML, डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन और विविध पृष्ठभूमि से आने वाले लोगों को जोड़ने की योजना बना रही है.
टाटा स्टील अपनी प्रतिभा को न केवल बाहरी भर्तियों के जरिए बल्कि अपनी आंतरिक टीम को विकसित करके भी बढ़ाने की योजना बना रहा है. कंपनी का उद्देश्य एक ऐसा कार्यबल तैयार करना है, जो न केवल कुशल हो, बल्कि नवाचारी और विस्तार के लिए तैयार भी हो.
-भारत एक्सप्रेस
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