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भारतीय स्टार्टअप्स क्रांति ला रहे हैं, देश को आर्थिक उछाल के लिए कर रहे हैं तैयार: Zupee CEO

IIGF 2024 में ज़ूपी के सीईओ दिलशेर मल्ही ने कहा कि भारतीय स्टार्टअप्स शिक्षा, स्वास्थ्य, और ई-कॉमर्स में क्रांति लाकर देश को आर्थिक उछाल के लिए तैयार कर रहे हैं. उन्होंने गेमिंग तकनीक और डिजिटल सार्वजनिक ढांचे की भूमिका को भी प्रमुख बताया.

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ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म जूपी के संस्थापक और सीईओ दिलशेर मल्ही ने सोमवार को कहा कि भारतीय स्टार्टअप्स समाज के अनुभवों को बदल रहे हैं और देश को तेज आर्थिक विकास के लिए तैयार कर रहे हैं. इंडिया इंटरनेट गवर्नेंस फोरम (IIGF) 2024 में बोलते हुए मल्ही ने बताया कि स्टार्टअप्स शिक्षा, स्वास्थ्य, यात्रा और मनोरंजन जैसे क्षेत्रों में नए आयाम जोड़कर समाज के अनुभवों को पुनर्परिभाषित कर रहे हैं.

उन्होंने कहा, ‘भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम बन चुका है. यह उपलब्धि देश में UPI, आधार और मोबाइल फोन के व्यापक उपयोग जैसे मजबूत डिजिटल सार्वजनिक ढांचे के कारण संभव हुई है. अब भारत 6G विजन, सेमीकंडक्टर मिशन और एआई मिशन के साथ, स्टार्टअप्स भारत को तेज़ आर्थिक विकास के पथ पर ले जा रहे हैं.’

गेमिफिकेशन और वास्तविक चुनौतियों का समाधान

मल्ही ने ‘गेमिफिकेशन’ की अवधारणा पर चर्चा करते हुए बताया कि स्टार्टअप्स अब केवल तात्कालिक समस्याओं का समाधान देने से आगे बढ़कर लोगों के अनुभवों को समृद्ध कर रहे हैं. उन्होंने इसे ‘पेनकिलर्स” से “विटामिन्स” की ओर बढ़ने की दिशा में एक परिवर्तन बताया. उन्होंने कहा, “शायद अब हम सिर्फ जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) से आगे बढ़कर ‘ग्रोस वेलनेस कोशंट’ (GWQ) के माध्यम से समृद्धि को मापने की ओर बढ़ रहे हैं.’

टेक्नोलॉजी के व्यापक उपयोग

मल्ही ने बताया कि कैसे स्टार्टअप्स की टेक-ड्रिवन इनोवेशन असाधारण बदलाव ला रही है. उन्होंने Nvidia का उदाहरण देते हुए बताया कि कैसे यह कंपनी गेमिंग चिप्स बनाकर शुरू हुई और आज दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनियों में से एक बन गई.

उन्होंने कहा कि गेमिंग तकनीक का उपयोग अब शिक्षा और साइबर सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में भी हो रहा है. उन्होंने बताया कि ब्रिटेन के शोध के अनुसार, सर्जन वर्चुअल रूप से ट्रेनिंग के लिए एडवांस गेम इंजन तकनीक का उपयोग कर रहे हैं. इसके अलावा, तेल और गैस उद्योग में एआर और वीआर (ऑगमेंटेड रियलिटी और वर्चुअल रियलिटी) का उपयोग यात्रा समय और उससे जुड़े उत्सर्जन को कम करने के लिए किया जा रहा है.

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भारतीय स्टार्टअप्स की अनूठी भूमिका

उन्होंने कहा कि भारतीय स्टार्टअप्स विदेशी कंपनियों के प्रभुत्व वाले पारंपरिक ई-कॉमर्स मॉडल को चुनौती दे रहे हैं. भारतीय कंपनियों का इंस्टेंट डिलीवरी मॉडल ई-कॉमर्स व्यवसाय को बड़े पैमाने पर बदल रहा है. IIGF 2024 का आयोजन इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय और नेशनल इंटरनेट एक्सचेंज ऑफ इंडिया द्वारा 9-10 दिसंबर, 2024 को किया गया था.

-भारत एक्सप्रेस



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