उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ.
CM Yogi Adityanath Speech: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज विपक्षी दलों पर एक बार फिर जोरदार हमला बोला. CM योगी ने कहा कि इंडी गठबंधन के सभी दलों कांग्रेस, सपा, टीएमसी, राजद, आम आदमी पार्टी आदि की प्रवृत्ति ही हिंदू विरोधी राजनीति की है. सनातन धर्म का विरोध करना, हिंदू धर्म के मूल्यों और आदर्शों का विरोध ही उनकी नींव है. उसी के अनुरूप उनके बयान और कदम सामने आ रहे हैं. उनके बयान उनकी हार की बौखलाहट को दर्शाते हैं.
CM योगी ने इंडी गठबंधन से जुड़े दलों की तुलना राक्षसराज रावण से कर दी. योगी ने आज कहा, “भाइयों बहनों…आप इन लोगों की मानसिकता देखिए..ये लोग हिंदुओं के खिलाफ क्या-कुछ करते हैं. जिस तरह रावण के समय में ऋषि-मुनियों को धमकी दी जाती थी, आज उसी प्रकार की स्थिति इनके द्वारा पैदा करने का प्रयास किया जा रहा है. मगर, सनातन धर्म के अनुयायी इनकी गीदड़ भभकियों से डरने वाले नहीं हैं और चुनाव में इनको मुंहतोड़ जवाब देंगे.”
‘स्वामी विवेकानंद ने कहा था गर्व से कहो हम हिंदू हैं’
बता दें कि CM योगी आज गोरखपुर में थे. उन्होंने गोरखनाथ मंदिर परिसर में स्वामी विवेकानंद और रामकृष्ण का उल्लेख किया. योगी बोले, “जिस स्वामी विवेकानंद ने कभी कहा था कि गर्व से कहो हम हिंदू हैं, जिस रामकृष्ण मिशन और भारत सेवाश्रम संघ ने अध्यात्म और संस्कृति के जिस वृहद जागरण अभियान को देश-दुनिया में बहुत ही अच्छे सेवा प्रकल्पों के साथ आगे बढ़ाया है, उससे जुड़े अनुयायी और श्रद्धालु कांग्रेस, टीएमसी और इंडी गठबंधन को मुंहतोड़ जवाब देंगे.
‘भारत सेवाश्रम संघ सनातन धर्म की प्रखर आध्यात्मिक संस्था’
पश्चिम बंगाल में भारत सेवाश्रम संघ और रामकृष्ण मिशन के खिलाफ टीएमसी सरकार की मुखिया ममता बनर्जी के विवादित और धमकी भरे बयान को संदर्भित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि रामकृष्ण मिशन और भारत सेवाश्रम संघ, दोनों भारत की प्रतिष्ठित धार्मिक और आध्यात्मिक संस्थाएं हैं. रामकृष्ण मिशन ने स्वामी विवेकानंद के आदर्शों पर चलकर पूरे देश और दुनिया के अंदर सनातन धर्म के मूल्यों और आदर्शों को, भारत के आध्यात्मिक मूल्यों को देश और दुनिया तक पहुंचाने का बहुत ही सराहनीय कार्य किया है. इसी तरह भारत सेवाश्रम संघ भी सनातन हिंदू धर्म की बहुत ही प्रखर आध्यात्मिक संस्था है.
‘स्वामी प्रणवानंद के मूल्यों और आदर्शों को इन संस्थाओं ने सिखाया’
CM योगी ने कहा कि स्वामी प्रणवानंद के मूल्यों और आदर्शों को लेकर भारत सेवाश्रम संघ ने देश और दुनिया में भारत के सनातन धर्म के मूल्यों और आदर्शों के लिए बहुत ही सराहनीय कार्य किया है. इन दोनों संस्थाओं ने सेवा के विभिन्न प्रकल्पों को भी देश और दुनिया में आगे बढ़ाया है. मगर, शर्मनाक है कि टीएमसी सरकार ने इनका विरोध किया.
‘ममता की टीएमसी सरकार और कांग्रेस ओबीसी समुदाय से माफी मांगें’
CM योगी ने कहा कि टीएमसी सरकार ने पश्चिम बंगाल के अंदर वर्ष 2010 में 118 मुस्लिम जातियों को ओबीसी में शामिल करके ओबीसी के आरक्षण पर सेंधमारी की थी. पिछले 14 वर्षों में पिछड़ी जाति के लाखों लोग आरक्षण की सुविधाओं से वंचित हुए होंगे. इसके लिए ममता बनर्जी की टीएमसी सरकार को और कांग्रेस को ओबीसी समुदाय से माफी मांगनी चाहिए. जिन युवाओं, जिन नागरिकों के अधिकार छीनने का यह कृत्य किया गया है, वह किसी भी स्थिति में स्वीकार योग्य नहीं है. यह बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की भावना के विपरीत है. भारतीय संविधान के शिल्पी डॉ. अंबेडकर ने कहा था कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं हो सकता.
‘ये दल सिर्फ सत्ता चाहते हैं और कोई भारतीय इसे स्वीकार नहीं करेगा’
CM योगी ने कहा कि कांग्रेस और उसके जो भी सहयोगी दल हैं, उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी, बिहार में आरजेडी, बंगाल में टीएमसी या अन्य ऐसे भी जितने दल हैं, उनकी पूरी राजनीति ही हिंदू विरोध पर आधारित है. उनके लिए देश की तुलना में सत्ता अधिक महत्वपूर्ण है. देश की कीमत पर ये दल सत्ता चाहते हैं और कोई भारतीय इसे स्वीकार नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि धर्म के आधार पर आरक्षण भारत के एक और विभाजन के षड्यंत्र का हिस्सा है. कलकत्ता उच्च न्यायालय ने जो निर्णय लिया है वह अत्यंत सराहनीय और अभिनंदनीय है. उच्च न्यायालय का यह निर्णय टीएमसी, कांग्रेस और इंडी गठबंधन के दलों के मुंह पर जोरदार तमाचा है.
– भारत एक्सप्रेस