राहुल-करण भूषण सिंह
UP Lok Sabha Election Result 2024: लोक सभा चुनाव-2024 की मतगणना लगातार जारी है. सुबह 8 बजे से शुरू हुई वोटों की गिनती में कभी एनडीए तो कभी इंडिया गठबंधन आगे-पीछे होता हुआ दिखाई दे रहा है. ऐसे में सभी राजनीतिक दलों में रिजल्ट को लेकर उत्सुकता की स्थिति बनी हुई है. देश की राजनीति में माना जाता है कि केंद्र की सत्ता का रास्ता यूपी से होकर जाता है. इसीलिए यहां की लोकसभा की 80 सीटें बहुत मायने रखती हैं.
राजनीतिक दल सबसे अधिक यहां की सीटों को जीतने पर जोर देते हैं. इसीलिए इस बार भाजपा ने यूपी की सभी 80 सीटों पर जीत दर्ज करने का दावा किया था, हालांकि मतगणना जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, कई सीटें भाजपा के हाथों से फिसलती दिखाई दे रही है और सपा-कांग्रेस ने मिलकर कई सीटों पर बड़ा उलटफेर करते दिख रहे हैं. हालांकि अभी वोटों की गिनती जारी है.
इसी बीच सपा ने 15 सीटो पर बढ़त बना ली है तो वहीं पहली बार परिवार की विरासत को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी मिलने के बाद जहां रायबरेली में राहुल गांधी की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है तो वहीं कैसरगंज लोकसभा सीट पर भाजपा के चर्चित सांसद बृजभूषण शरण सिंह के बेटे करण भूषण शरण सिंह को बीजेपी ने टिकट दिया है. फिलहाल शुरुआती रुझानों में करण भूषण सिंह अभी तक 11647 वोटों से आगे चल रहे हैं तो वहीं रायबरेली में भी राहुल गांधी को बढ़त हासिल हुई है. अभी तक कांग्रेस नेता राहुल गांधी 50589 हजार वोटों से आगे चल रहे हैं.
सोनिया गांधी ने की थी भावुक अपील
बता दें कि रायबरेली सीट पर लम्बे वक्त से गांधी परिवार का कब्जा है. यहां पर इंदिरा गांधी से लेकर सोनिया गांधी तक का कब्जा रहा है. इस बार सोनिया गांधी के राज्य सभा जाने की वजह से राहुल गांधी को यहां से कांग्रेस ने उतारा है. हालांकि राहुल गांधी केरल की वायनाड सीट से इस बार भी चुनाव लड़ रहे हैं और वर्तमान में भी वह इसी सीट से सांसद हैं. मालूम हो कि रायबरेली से राहुल गांधी को प्रत्याशी घोषित करते वक्त कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी ने रायबरेली की जनता से भावुक अपील की थी और कहा था कि मैं अपना बेटा आपको सौंप रही हूं. ये आपको निराश नहीं करेगा.
जानें कैसरगंज सीट की क्यों मिली करण को जिम्मेदारी?
बता दें कि उत्तर प्रदेश की हॉट सीट माने जाने वाली कैसरगंज लोकसभा सीट पर भाजपा सांसद और पूर्व डब्ल्यूएफआई प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह का दबदबा रहा है. इस सीट के लिए वही इस बार भी भाजपा के टिकट पर दावा कर रहे थे लेकिन देश की शीर्ष महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोपों के चलते भाजपा ने टिकट उनको न देकर उनके बेटे को दिया है. फिलहाल देखना ये है कि जनता अब करण पर कितना भरोसा जताती है?
-भारत एक्सप्रेस