फोटो-सोशल मीडिया
Ayodhya Ram Mandir: रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद से ही राम मंदिर की चर्चा विश्व पटल पर छाई हुई है. लम्बे इंतजार के बाद रामलला अपने गर्भगृह में इसी साल 22 जनवरी को विराजमान हुए थे. सालों तक उनको टाट में ही बिताना पड़ा था. 500 साल के लम्बे इंतजार के बाद राम भक्तों को भी अपने रामलला के दर्शन अब भव्य मंदिर में हो रहे हैं. तो वहीं राम मंदिर से जुड़े इतिहास को लेकर न केवल पर्यटक बल्कि फिल्म निर्देशक भी प्रभावित हैं. यही वजह है कि प्रियदर्शन राम मंदिर के 500 सालों के इतिहास को लेकर डॉक्यू-सीरीज बना रहे हैं और इसको लेकर वह भी चर्चा में बने हुए हैं.
बता दें कि 22 जनवरी को राम मंदिर के हुए उद्घाटन में न केवल देश के तमाम बड़े दिग्गज पहुंचे थे बल्कि तमाम विदेशी अतिथियों ने भी हिस्सा लिया था. पीएम मोदी ने रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की थी. तो वहीं मंदिर के इतिहास से प्रभावित होकर साउथ और हिंदी फिल्मों के मशहूर निर्देशक प्रियदर्शन इन दिनों डॉक्यूमेंट्री बना रहे हैं. उनका कहना है कि डॉक्यू-सीरीज बनाना फिल्म निर्माण से अधिक मुश्किल काम है. इस सीरीज के लिए उन्होंने 60 दिन तक शूटिंग की है. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इसमें राम मंदिर के इतिहास से जुड़ी हर एक बात दिखाई जाएगी.
ताकि नई पीढ़ी को सबकुछ मालूम हो सके. उन्होंने आगे बताया कि इस प्रोजेक्ट का प्रसारण भागीदार दूरदर्शन है. आगे वह बोले कि ”मंदिर की देखरेख करने वाले लोगों ने मुझे इसे निर्देशित करने के लिए आमंत्रित किया था. मुझे स्क्रिप्ट बहुत दिलचस्प लगी. इसी के बाद मैने डाक्यूमेंट्री बनाने की ठानी. इसमें दर्शकों को 500 सालों का इतिहास और भगवान राम की जन्मभूमि पर वापसी को लेकर जो संघर्ष किया गया है उसको दिखाया जाएगा.”
नहीं छुआ गया है संवेदनशील चीजों को
प्रियदर्शन ने बताया कि इस डॉक्यूमेंट्री को बनाना फिल्म बनाने से भी अधिक कठिन काम रहा है. इसमें किसी भी संवेदनशील हिस्सों को नहीं छुआ गया है. वह बोले कि नवंबर 2023 से इस डॉक्यूमेंट्री के लिए 60 दिन तक शूटिंग की गई है. यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के साक्षात्कार को भी शामिल किया गया है तो वहीं इस डॉक्यू सीरीज में कुछ नाटकीय सीन भी शूट किए गए हैं. उन्होंने कहा कि इसको शूट करना सबसे बड़ी चुनौती थी क्योंकि इसमें हमें इतिहास भी बताना था. उन्होंने कहा कि राम मंदिर से जुड़े सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति जवाहरलाल नेहरू और कलेक्टर केके नायर जैसे दिखने वाले लोगों को ढूंढना भी बहुत ही चुनौती भरा रहा.
-भारत एक्सप्रेस
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