
अमेरिका ने अवैध भारतीय अप्रवासियों को निर्वासित किया
अमेरिका द्वारा अवैध प्रवासी घोषित किए गए 104 भारतीयों का पहला जत्था अमेरिकी सैन्य विमान C-147 से भारत पहुंच चुका है. यह विमान अमृतसर एयरपोर्ट पर दोपहर 1:59 बजे लैंड हुआ, जहां स्थानीय प्रशासन और पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद थे.
Plane carrying Indian citizens who allegedly illegally migrated to US arrives in Amritsar
Read @ANI Story | https://t.co/1Ba9cKxftN#indianmigrants #deportation #UnitedStates pic.twitter.com/ig0InoUMfx
— ANI Digital (@ani_digital) February 5, 2025
अमेरिकी दूतावास के एक अधिकारी ने बताया कि इस प्लेन में 13 बच्चे, 79 पुरुष और 25 महिलाएं शामिल हैं. इन 104 भारतीयों में से सबसे अधिक 33 लोग गुजरात से, 30 पंजाब से, 33 हरियाणा से, 3 महाराष्ट्र से, 3 उत्तर प्रदेश से और 2 चंडीगढ़ से हैं. खासतौर पर गुजरात के 33 प्रवासियों को एयरपोर्ट पर ही रोका गया है, जहां से उन्हें सीधे गुजरात भेजा जाएगा.
कैसे पकड़े गए थे ये भारतीय?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये सभी भारतीय मेक्सिको-अमेरिका सीमा से पकड़े गए थे. बताया जा रहा है कि वे कानूनी तरीके से भारत से रवाना हुए थे, लेकिन डंकी रूट के जरिए अमेरिका में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे. हालांकि, भारत में वापस लौटने के बाद इनकी गिरफ्तारी का कोई आधार नहीं है, क्योंकि इन्होंने भारतीय कानूनों का उल्लंघन नहीं किया है.
अमेरिका से सैन्य विमान से डिपोर्टेशन
डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन अवैध प्रवासियों को उनके मूल देश भेजने के लिए सैन्य विमानों का इस्तेमाल कर रहा है. इससे पहले ग्वाटेमाला, पेरू और होंडूरास के नागरिकों को भी इसी तरह वापस भेजा गया था. इस बार अमेरिका ने भारत के साथ मिलकर वहां अवैध रूप से रह रहे भारतीयों को लौटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. ट्रंप प्रशासन ने टेक्सास के अल पासो और कैलिफोर्निया के सैन डिएगो में हिरासत में रखे गए 5000 से अधिक अवैध प्रवासियों को उनके देशों में भेजने की योजना बनाई है.
18,000 अवैध भारतीय प्रवासियों की पहचान
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में लगभग 18,000 भारतीय अवैध रूप से रह रहे हैं. डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद, अमेरिका और भारत के बीच इस मुद्दे पर गहन चर्चा हुई है. हाल ही में अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात कर अवैध प्रवासियों की समस्या पर समाधान निकालने की इच्छा जताई थी.
अब तक का सबसे बड़ा डिपोर्टेशन प्रोग्राम
डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने अमेरिकी इतिहास के सबसे बड़े डिपोर्टेशन प्रोग्राम की शुरुआत की है. इसके तहत अमेरिका में रह रहे अवैध प्रवासियों को उनके मूल देश भेजने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है. भारत और अमेरिका के बीच इस मुद्दे पर सहमति बनने के बाद, भारतीय प्रवासियों को वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू की गई है. यह पहला जत्था अमृतसर पहुंच चुका है, लेकिन आने वाले दिनों में और भी भारतीयों की वापसी संभव है.
-भारत एक्सप्रेस
इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.