रामलला
Ram Mandir Pran Pratishtha: भगवान राम की नगरी अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर का उद्घाटन होने जा रहा है और इसी दिन रामलला अपने जन्म स्थान यानी मंदिर के गर्भ गृह में विधि-विधान के साथ विराजमान होंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों सभी अनुष्ठान पूरे किए जाएंगे. इस दौरान अयोध्या में उत्साह का माहौल दिखाई दे रहा है. काशी से पूजन सामग्री पहुंच रही है तो वहीं देशभर के तमाम हिस्सों से राम भक्त अपनी-अपनी श्रद्धा के मुताबिक, अपने रामलला के लिए सामग्री भेज रहे हैं. इसी बीच भगवान रामलला के ननिहाल छत्तीसगढ़ से 100 टन बासमती चावल की खेप अयोध्या पहुंच गई है. मिली जानकारी के मुताबिक, भगवान रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर इस चावल से जो प्रसाद बनाया जाएगा उसे राम भक्तों को भोजन के रूप में वितरित किया जाएगा. इस दिन का हर कोई बेसब्री से इंतजार कर रहा है.
36 जगहों पर चलेगा भोजनालय
बता दें कि, भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर अयोध्या में 36 जगहों पर भोजनालय चलाए जाने की व्यवस्था की जा रही है, ताकि ठंड के मौके पर किसी भी राम भक्त को किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े. तो वहीं राम मंदिर ट्रस्ट को अब तक मसाले, चीनी, चायपत्ती, देशी घी, तेल और खाद्य सामग्री की बड़ी खेप राम भक्तों द्वारा अलग-अलग जिलों व राज्यों से भेजी गई है. राम मंदिर ट्रस्ट और विश्व हिंदू परिषद यहां आने वाले राम भक्तों को निशुल्क भोजन उपलब्ध कराएगा. केंद्रीय भंडारण ग्राम सेवक पुरम में लगातार अनाज की बड़ी खेप पहुंच रही है.
16 जनवरी से शुरू होगा अनुष्ठान
बता दें कि राम मंदिर परिसर में 16 जनवरी से ही रामलला के विग्रह के अधिवास का अनुष्ठान भी शुरू हो जाएगा. इसके बाद रामलला की प्रतिमा को नगर भ्रमण के लिए निकाला जाएगा और फिर 18 जनवरी से प्राण प्रतिष्ठा की विधि आरंभ हो जाएगी. इस दौरान मंडप प्रवेश पूजन, वास्तु पूजन वरुण पूजन, विघ्नहर्ता गणेश पूजन आदि किया जाएगा
22 को मनाएं दीवाली
बता दें कि 22 जनवरी को मंदिर उद्घाटन के दिन मंदिर ट्रस्ट के साथ ही पीएम मोदी ने भी दीपावली मनाने की अपील देशवासियों से की है. शनिवार को अयोध्या में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा था कि, पूरी दुनिया 22 जनवरी को ऐतिहासिक राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का इंतजार कर रही है. इसी के साथ जनता से अपील की थी कि, वे राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के दिन को दीपावली के रूप में मनाएं और अपने-अपने घरों में दीपक जलाएं. पीएम ने ये भी कहा कि, सभी राम भक्त 22 जनवरी को अयोध्या नहीं आ सकते, ये थोड़ा मुश्किल काम है, लेकिन जहां पर हैं वहीं पर उत्सव मनाएं, लेकिन 22 जनवरी के बाद अयोध्या जरूर आएं.
-भारत एक्सप्रेस
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