
प्रवर्तन निदेशालय (ED), मुंबई ने बैंक धोखाधड़ी से जुड़े एक बड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 13 फरवरी 2025 को मनी लॉन्ड्रिंग निरोधक अधिनियम (PMLA), 2002 के प्रावधानों के तहत मुंबई में 8 अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी की. यह कार्रवाई वन वर्ल्ड क्रिएशंस प्राइवेट लिमिटेड (OCPL) और अन्य संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ दर्ज बैंक धोखाधड़ी मामले की जांच के तहत की गई.
ईडी को इस मामले में बड़ी वित्तीय अनियमितताओं की सूचना मिली थी, जिसके बाद यह छापेमारी की गई. तलाशी अभियान के दौरान जांच एजेंसी को कई अहम दस्तावेज, डिजिटल साक्ष्य और वित्तीय लेनदेन से संबंधित रिकॉर्ड मिले हैं, जिन्हें जब्त कर लिया गया है.
बैंक धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग मामलों पर सख्त कार्रवाई
वन वर्ल्ड क्रिएशंस प्राइवेट लिमिटेड और अन्य संबंधित लोगों पर आरोप है कि उन्होंने बैंकों से करोड़ों रुपये का लोन लिया और उसे गलत तरीके से इस्तेमाल किया. आरोपियों ने बैंकिंग प्रणाली में हेरफेर कर धन को अलग-अलग कंपनियों और खातों में ट्रांसफर किया, जिससे यह पैसा मनी लॉन्ड्रिंग के तहत इस्तेमाल किया जा सके.
ईडी अब इन दस्तावेजों की जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इस घोटाले में और कौन-कौन लोग शामिल हैं और बैंकिंग प्रणाली को किस हद तक नुकसान पहुंचाया गया है. अधिकारियों के अनुसार, इस मामले में जल्द ही और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं और अन्य संबंधित संपत्तियों की भी जांच की जाएगी.
ईडी पिछले कुछ समय से बैंक धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों पर सख्त कार्रवाई कर रही है. इससे पहले भी कई कंपनियों और व्यक्तियों के खिलाफ जांच एजेंसी ने छापेमारी की है और भारी मात्रा में अवैध संपत्तियां जब्त की हैं.
इस मामले में आगे की जांच जारी है, और प्रवर्तन निदेशालय यह पता लगाने की कोशिश कर रहा है कि बैंकिंग प्रणाली में हेरफेर कर धन को किस तरह से हेरफेर किया गया और इसमें किन-किन लोगों की संलिप्तता रही.
-भारत एक्सप्रेस
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