
सीएम भजनलाल शर्मा (फाइल फोटो)
मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने तीर्थराज पुष्कर में वंदे गंगा जल संरक्षण-जन अभियान के तहत जनसभा को संबोधित किया. मेला ग्राउंड में आयोजित इस सभा में उन्होंने कहा कि यह अभियान केवल मां गंगा के सम्मान का नहीं, बल्कि भारत की हर नदी और जल स्रोत के प्रति सम्मान का प्रतीक है.
सभा के बाद मुख्यमंत्री ने कलश यात्रा को रवाना किया, ब्रह्मा मंदिर में दर्शन किए, वृक्षारोपण किया और पुष्कर सरोवर पर जलाभिषेक कर जनभागीदारी का संदेश दिया. उन्होंने कहा कि राजस्थान की जल परंपराएं पुनर्जीवित हों, यही इस अभियान का उद्देश्य है.
मुख्यमंत्री ने राज्य में बढ़ते भूजल संकट पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश का बड़ा हिस्सा अतिदोहित श्रेणी में आ गया है और जल संरक्षण अब एक साझा जिम्मेदारी है.
ब्यावर में तालाब की पाल से जनता से संवाद
मुख्यमंत्री का अगला पड़ाव था ब्यावर जिले का जवाजा, जहां उन्होंने तालाब की पाल पर जल पूजन, वृक्षारोपण और कलश यात्रा में भाग लिया. उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों ने पानी को देवता माना, और अब जरूरत है उस परंपरा को पुनः अपनाने की.
मुख्यमंत्री ने भोमादा बांध पेयजल योजना, नारायण सागर सिंचाई परियोजना, और अमृत 2.0 के तहत टंकियों के निर्माण जैसी योजनाओं की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि ये योजनाएं केवल विकास नहीं, बल्कि जल सुरक्षा की बुनियाद हैं.
राज्य सरकार के प्रयास और जन सहयोग का आह्वान
मुख्यमंत्री ने जल संरक्षण को लेकर राज्य सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई. रामजल सेतु लिंक परियोजना, यमुना जल समझौता, राजस्थान वॉटर ग्रिड, और कर्मभूमि से मातृभूमि अभियान जैसी योजनाओं का उल्लेख करते हुए उन्होंने बताया कि अब तक 1 लाख से अधिक संरचनाएं स्वीकृत हो चुकी हैं और 55 हजार से अधिक पूरे भी हो गए हैं.
उन्होंने कहा कि वंदे गंगा अभियान केवल सरकार की पहल नहीं, बल्कि जन-जन की भागीदारी से जल जागरूकता की जन क्रांति है.
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