ईडी की गिरफ्तारी के बाद के. कविता.
Delhi Liquor Scam Case MLC K Kavita Arrested by ED: दिल्ली शराब नीति घोटाला मामले में ईडी ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए बीआरएस की एमएलसी के कविता को गिरफ्तार कर लिया. ईडी ने इस मामले में मनीष सिसोदिया और संजय सिंह के बाद तीसरी बड़ी गिरफ्तारी की है. ऐसे में आइये जानते हैं कि शराब नीति मामले में कविता का नाम कैसे आया?
ईडी का दावा है कि के. कविता शराब कारोबारियों की साउथ ग्रुप लाॅबी से जुड़ी हुई थीं. जानकारी के अनुसार साउथ के कुछ शराब कारोबारियों की इस नीति को अपने मनमाफिक करवाने में अहम भूमिका थी. ईडी की पूछताछ में आरोपी विजय नायर ने सबसे पहले के. कविता का नाम लिया था. विजय नायर को साउथ के शराब कारोबारियों से 100 करोड़ रुपए की रिश्वत मिली थी. ये रिश्वत शराब कारोबारियों ने आम आदमी पार्टी के नेताओं को देने के लिए दी थी. इसके बाद ईडी ने साउथ के कारोबारी और कविता के करीबी रामचंद्रन पिल्लई को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की थी. पिल्लई को इस मामले में ईडी पकड़ चुकी है.
कविता तक ऐसे पहुंची ईडी
फरवरी 2023 में सीबीआई ने इस मामले में कविता के अकाउंटेंट बुचीबाबू गोरंतला को पकड़ा था. उससे मिले इनपुट के आधार पर ईडी ने कारोबारी पिल्लई को भी पकड़ा था. पिल्लई ने पूछताछ में बताया कि कविता और आप पार्टी के बीच समझौता हुआ जिसके तहत 100 करोड़ रुपए का लेनदेन हुआ. इसी समझौते के जरिए कविता की कंपनी इंडोस्पिरिट्स को दिल्ली के शराब कारोबार में प्रवेश मिला. ईडी ने बताया कि पूछताछ में बुचीबाबू ने खुलासा किया कि विजय नायर और कविता की 19-20 मार्च 2021 को मुलाकात हुई थी.
जानें क्या है साउथ ग्रुप?
बता दें कि कथित साउथ ग्रुप का नाम ईडी ने साउथ के नेताओं, कारोबारियों और नौकरशाहों को संबोधित करने के लिए लिया था. जांच एजेंसी के अनुसार इस ग्रुप में सरथ रेड्डी अरबिंदो फार्मा के प्रमोटर, एम. श्रीनिवासुलु रेड्डी (वाईएसआर कांग्रेस के सांसद) उनके बेटे राघव मंगुटा और कविता शामिल थे.