दिल्ली में 562 किलोग्राम कोकीन और 40 किलोग्राम हाइड्रोपोनिक मारिजुआना की खेप सीज.
प्रवर्तन निदेशालय दिल्ली में पकड़े गए 5600 करोड़ रुपए के ड्रग्स से जुड़े मामले की जांच करने की तैयारी कर रहा है. ईडी मनी लॉन्ड्रिंग के तहत जल्द ही केस दर्ज करने जा रही है. ईडी ने दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल से एफआईआर की कॉपी और इस मामले से जुड़े दूसरे दस्तावेज ले लिए है. इस मामले की जांच अब तक दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल कर रही थी. इसके तार दुबई से जुड़ा हुआ है. दुबई में मौजूद भारतीय नागरिक वीरेंद्र बसोया का नाम इंटरनेशनल सिंडिकेट के मास्टरमाइंड के रूप में सामने आया है.
दिल्ली पुलिस ने वीरेंद्र बसोया और उसके बेटे के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया है. वीरेंद्र बसोया पर आरोप है कि वह दुबई में रहकर ड्रग्स के काले कारोबार को कंट्रोल करता था, और अन्य देशों में भी इसकी तस्करी करता था. बसोया का नाम इंटरनेशनल ड्रग्स के मास्टरमाइंड सामने आया है. इस सिंडिकेट में बसोया के करीबी और मुख्य आरोपियों में से एक तुषार गोयल 2022 में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस की आरटीआई सेल का चेयरमैन रह चुका है. गोयल के सोशल मीडिया प्रोफाइल पर भी आरटीआई सेल चेयरमैन, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस लिखा हुआ है.
वहीं कांग्रेस की ओर से बयान जारी कर तुषार गोयल के कांग्रेस जे जुड़े होने के दावे के खंडन किया है. भारतीय युवा कांग्रेस ने दावा किया है कि पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते तुषार गोयल को 17 अक्टूबर 2022 को संगठन से निकाल दिया गया था. तब से वक किसी भी तरह से पार्टी के साथ नही है.
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वीरेंद्र बसोया और उसके बेटे पर सिंडिकेट के लोगों को लॉजिस्टिक स्पोर्ट मुहैया कराने का आरोप है. वीरेंद्र बसोया गिरफ्तार तुषार गोयल और जितेंद्र गिल उर्फ जस्सी की मदद से गिरोह चला रहा था. इस मामले में अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है. दिल्ली पुलिस ने दक्षिण दिल्ली के महिपालपुर स्थित एक गोदाम से 560 किलोग्राम से अधिक कोकीन और 40 किलोग्राम हाइड्रोपोनिक मारिजुआना जब्त करने का दावा किया था.
-भारत एक्सप्रेस
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