रायपुर में सोल्जरथॉन का शानदार आयोजन.
प्रियंका कौशल, रायपुर
Fitistan Ek Fit Bharat. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर आज एक जोशीले कार्यक्रम की साक्षी बनी. मौका था फेडरल बैंक नवा रायपुर सोल्जरथॉन का. फिटिस्तान-एक फिट भारत और सोल्जरथॉन मैराथन कार्यक्रम में न केवल छत्तीसगढ़ के लोगों ने, बल्कि देश के कोने-कोने से आये लोगों ने भाग लिया.
सोल्जरथॉन मैराथन का हुआ आयोजन
भारतीय सेना द्वारा छत्तीसगढ़ शासन के सहयोग से आयोजित सोल्जरथॉन में भारतीय सेना के शौर्य को सलाम करने हर आमो-खास पहुंचा. नवा रायपुर के सेंट्रल पार्क में सोल्जरथॉन मैराथन का विशेष संस्करण आयोजित किया गया. सोल्जरथॉन में खास तौर पर जनरल वीके सिंह भी पहुंचे. उन्होंने मैराथन को झंडी दिखाई व प्रतिभागियों के उत्साह भी बढ़ाया.
“बांग्लादेश से ऐसी उम्मीद नहीं थी”
पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह ने भारत एक्सप्रेस से खास बातचीत की. जनरल वीके सिंह ने कहा कि कभी किसी ने सोचा नहीं था कि जिस बांग्लादेश को हमने बनाया, वह कभी हमारे साथ ऐसा करेगा. वर्ष 1971 में भारतीय सेना ने पाकिस्तान को घुटने के बल ला दिया था. केवल 13 दिन में बांग्लादेश को बनाकर खड़ा कर दिया था. इसकी दूसरी मिसाल पूरी दुनिया में नहीं मिल सकती.
जनरल वीके सिंह ने कहा की भारतीय सेना अपने देश से प्यार करती है और उसमें आपसे में जाति धर्म को लेकर कोई भेदभाव नहीं होता. देश के नागरिकों को भी इन आदर्शों का पालन करना चाहिए.
फिटिस्तान-एक फिट भारत की फाउंडर शिल्पा भगत ने भारत एक्सप्रेस से खास बातचीत में कहा कि सोल्जरथॉन का आयोजन भारत के नागरिकों को फिट रहने के सन्देश देता है. देश की सेना पर गर्व करने का मौका देता है. रायपुर में आज हुई सोल्जरथॉन में देश के कोने-कोने से भाग लेने लोग पहुंचे हैं.
“आगे भी चलती रहेगी ये मुहिम”
फिटिस्तान-एक फिट भारत और सोल्जरथॉन के फाउंडर मेजर सुरेंद्र पुनिया ने बताया कि विजय दिवस की पूर्व संध्या पर यह आयोजन पाकिस्तान के साथ 1971 के युद्ध में भारत की निर्णायक जीत की 53वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया है. जो देश के इतिहास का एक महत्वपूर्ण अध्याय है. देश के नागरिकों को फिट रहना चाहिए और सेना के जवानों व उनके परिवारों को सम्मान देना चाहिए. रायपुर में आयोजित सोल्जरथॉन को मिले प्रतिसाद को देखते हुए मेजर पुनिया ने छत्तीसगढ़वासियों का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि देश के हर नागरिक को फिट बनाने और उनके मन मे सेना के प्रति सम्मान बढ़ाने की उनकी मुहिम चलती रहेगी.
तीन कैटेगरी में हुई दौड़
मैराथन में सभी स्तरों के प्रतिभागियों के लिए विभिन्न श्रेणियों की दौड़ हुई. जिसमें सभी आयुवर्ग के लोगों ने भाग लिया. लोगों का उत्साह इतना अधिक था कि वे सूर्य निकलने के पहले ही नवा रायपुर स्थित सेंट्रल पार्क पहुंच गए थे. सोल्जरथॉन में 21 किलोमीटर, 10 किलोमीटर और 05 किलोमीटर की दौड़ के साथ ही साथ 03 किलोमीटर की पैदल यात्रा भी शामिल थी.
इस आयोजन का एक मुख्य आकर्षण 1971 के भारत-पाक युद्ध से संबंधित युद्ध अवशेषों को प्रदर्शित करना भी था. प्रदर्शनी में युद्ध से संबंधित सैन्य कलाकृतियाँ, तस्वीरें और यादगार चीज़ें प्रदर्शित की गईं . इस प्रदर्शनी के माध्यम से लोगों को 1971 संघर्ष के इतिहास से जुड़ने और इस महत्वपूर्ण अवधि के दौरान भारतीय सैनिकों द्वारा किए गए बलिदानों के बारे में जानकारी प्राप्त करने का अवसर मिला. जनरल वीके सिंह, पीवीएसएम, एवीएसएम, वाईएसएम, एडीसी, पूर्व सेनाध्यक्ष, कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे. लोग उन्हें अपने बीच पाकर झूम उठे.
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इस अवसर नागरिकों के साथ सेना के अधिकारी, जवान, छत्तीसगढ़ पुलिस के जवान, सेना के पूर्व अधिकारी समेत खिलाड़ी, धावक, बच्चे, बूढ़े, युवाओं ने बढ़-चढ़कर उपस्थिति दर्ज करवाई. वे पैराप्लेजिक रिहैबिलिटेशन सेंटर को 19,63,284 रुपये का चेक प्रदान किया गया.
-भारत एक्सप्रेस
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