Haryana Floor Test: हरियाणा में नई सरकार बनने के बाद कल नायब सिंह सैनी ने हरियाणा के 11वें सीएम के तौर पर शपथ ली थी. वहीं मंत्रिमंडल में उनके बाद कंवर पाल, मूलचंद शर्मा, रणजीत सिंह चौटाला, डाॅ. बनवारी लाल और जयप्रकाश दलाल ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली. मनोहर लाल खट्टर के सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद हरियाणा में नए मुख्यमंत्री के नाम पर चर्चा तेज हो गई थी. ऐसे में खट्टर के इस्तीफे के बाद हुई विधायक दल की बैठक में कल सैनी को विधायक दल का नेता चुना गया. इसके बाद उन्होंने राजभवन पहुंचकर सरकार बनाने का दावा पेश किया. वहीं आज विधानसभा के विशेष सत्र से पहले BJP ने विधायक दल की बैठक बुलाई हैं.
राज्यपाल से किया था आज विधानसभा सत्र बुलाने का अनुरोध
हरियाणा के नए सीएम नायब सिंह सैनी ने बताया कि उन्होंने राज्यपाल को 48 विधायकों के समर्थन का पत्र सौंपा है और उनसे बुधवार को विधानसभा सत्र बुलाने का अनुरोध किया है. ऐसे में नई सरकार का आज फ्लोर टेस्ट हो सकता है. बता दें कि नायब सैनी कुरूक्षेत्र लोकसभा सीट से सांसद हैं. इससे पहले वे 2014 में नारायणगढ़ विधानसभा से विधायक चुने गए थे. 2016 में सैनी खट्टर सरकार में राज्य मंत्री भी रह चुके हैं.
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क्या इस वजह से खट्टर को देना पड़ा इस्तीफा
हरियाणा में भाजपा 2014 से सरकार में है. सरकार बनने के बाद मनोहर लाल खट्टर सीएम बने. इसके बाद से लेकर वे अब तक लगातार सीएम थे. वहीं जाट सीएम नहीं होने के कारण जाट समुदाय भाजपा से नाराज था. पार्टी को एंटी इनकंबेंसी का भी डर था. वहीं हरियाणा में इस साल के अंत में विधानसभा के चुनाव होने हैं. सांसद बृजेंद्र सिंह और चौधरी वीरेंद्र सिंह जैसे जाट नेताओं ने पार्टी छोड़ दी. ऐसे में जाटों के कांग्रेस में जाने का खतरा भी था. वहीं कहा जा रहा है कि पीएम मोदी खट्टर को भी केंद्र में ले जाना चाहते हैं. सोमवार को द्वारका एक्सप्रेसवे के उद्घाटन पर पीएम मोदी ने खट्टर की तारीफ में कसीदे पढ़ें तो कई राजनीतिक विश्लेषक हरियाणा में बड़े बदलाव की आहट महसूस करने लगे थे लेकिन उन्हें भी इतनी जल्दी बदलाव का अंदाजा नहीं था.
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