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UP News: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से बड़ी खबर सामने आ रही है. यहां के लोनी बार्डर क्षेत्र की लाल बाग की कॉलोनी में एक टेंट व्यवसाई के घर में आग लगने के बाद अफरा-तफरी मच गई. सोमवार सुबह हुई इस घटना के बाद आनन-फानन में फायर विभाग को सूचना दी गई, लेकिन इससे पहले ग्राउंड फ्लोर पर लगी आग तेजी से फर्स्ट फ्लोर पर पहुंच गई, जिसमें मां-बेटी की मौत की खबर सामने आ रही है. वहीं मौके पर पहुंची रेस्क्यू टीम ने 8 लोगों को दीवार तोड़कर बाहर निकाला है.
जानकारी सामने आ रही है कि मकान तीन मंजिला बना था. इसी मकान के नीचे के फ्लोर में टेंट हाउस चलता था. बताया जा रहा है कि आग सबसे पहले टेंट हाउस में ही लगी थी जो कि तेजी से बढ़ी और ऊपर के फ्लोर पर भी पहुंच गई. आग उस वक्त लगी, जब पूरा परिवार सो रहा था. सुबह करीब 5.30 बजे टेंट व्यवसाई सतीश के घर में आग लगी थी. उनके तीन मंजिला इमारत में सबसे नीचे टेंट हाउस चलता है और ऊपर के हिस्से में उनका परिवार रहता है. चूंकि आग परिवार के सोते वक्त लगी तो किसी को इसकी जानकारी भी नहीं हो सकी.
रेस्क्यू कर निकाले गए लोगों ने बताया कि आग इतनी तेज थी कि बाहर निकलने के रास्ता नजर नहीं आ रहा था. खिड़कियां भी आग के कारण घिर चुकी थीं. इसलिए वहां से कूदने का रास्ता भी नहीं बचा था. इसी दौरान पड़ोसियों ने पुलिस के साथ ही फायर विभाग को भी सूचना दे दी. इस पर आनन-फानन में मौके पर पहुंची रेस्क्यू टीम ने मकान से दो महिलाओं को बाहर निकाला.
आग बुझाने में लगी दमकल की तीन गाड़ियां
पूरी घटना को लेकर मुख्य अग्निशमन अधिकारी (CFO) राहुल पाल ने मीडिया को बताया कि सोमवार की सुबह करीब 6 बजकर 52 मिनट पर फायर स्टेशन को आग लगने की किसी ने सूचना दी. इसी के बाद तत्काल फायर फाइटर्स की रेस्क्यू टीम पहुंची और टेंट हाउस के ऊपर बने मकान में फंसे 8 लोगों को साइड की दीवार तोड़कर बाहर निकाला गया. रेस्क्यू टीम को पहली और दूसरी मंजिल पर एक-एक महिला बेहोश मिलीं. दोनों को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया है.
शार्ट सर्किट से लगी आग
सीएफओ ने आगे मीडिया को जानकारी दी कि, फिलहाल शुरूआती जांच में सामने आ रहा है कि, टेंट हाउस में शार्ट सर्किट से आग लगी है. क्योंकि यहां पर गद्दे व अन्य सामान रखे थे, इसीलिए आग तेजी से फैली और जल्दी से ऊपर के हिस्से को भी घेर लिया था. चूंकि नीचे के हिस्से में कोई था नहीं इसीलिए परिवार वालों को आग लगने की जानकारी नहीं हो सकी और जब तक वे उठे, तब तक आग पूरी तरह फैल चुकी थी और आने-जाने का रास्ता भी बंद हो गया था.
-भारत एक्सप्रेस