आखिर क्यों सृष्टि के रचयिता ब्रह्मदेव की पूजा नहीं होती है? यहां जानिए इसकी वजह
Heat Wave in India 2024: देश के अधिकतर राज्यों में इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है. राजस्थान, यूपी, बिहार, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में लू के थपेड़ों से जीव-जंतु, मनुष्य सभी बेहाल हैं. इन राज्यों में हीटवेव के कारण बीते कुछ दिनों में ही सैकड़ों लोगों की जानें जा चुकी हैं.
संवाद सूत्रों के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में नौतपा के छठे दिन बृहस्पतिवार को रिकॉर्ड 166 लोगों की जान चली गई. बुंदेलखंड और राज्य के मध्यवर्ती जिलों में गर्मी और लू से 47 लोगों की मौत हो गई. वाराणसी और आस-पास के जिलों में 72 लोगों की जान गई, जिनमें सेक्टर मजिस्ट्रेट, हेड कांस्टेबल, रेल कर्मी, होमगार्ड और इंजीनियर भी शामिल हैं. प्रयागराज में 11, कौशांबी में 9, प्रतापगढ़-गोरखपुर में एक बच्ची समेत तीन लोगों की मौत हो गई. अंबेडकरनगर में लू लगने से चार श्रावस्ती व गोंडा में एक-एक व्यक्ति की मौत होने की सूचना मिली है.
बिहार की बात करें, तो इन दिनों वहां राजधानी पटना समेत पूरे प्रदेश में भीषण गर्मी का प्रकोप देखा जा रहा है. कल ही के दिन बिहार में हीट वेव से मरने वालों की संख्या 59 दर्ज की गई, इसी प्रकार झारखंड में 15 लोगों की मौत हुई. ओडिशा के राउरकेला में 6 घंटे के दौरान 10 लोगों ने दम तोड़ दिया.
(सरकार ने इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है.)
भीषण गर्मी की वजह से बिहार में आज भी कई लोगों की मौत हो गई है. यहां कई जिलों में अधिकतम तापमान 47 डिग्री सेल्सियस के पार है. राजधानी पटना की अगर हम बात करें तो यहां पारा 43 डिग्री के आसपास है. भीषण गर्मी के चलते रोजमर्रा के काम करने वालों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. एक रिक्शा चालक विनोद कुमार ने बताया कि पहले वह हर रोज दो से तीन सौ रुपए तक कमाते थे, लेकिन गर्मी की वजह से लोग अब अपने घरों से बाहर बहुत कम निकल रहे हैं. इसलिए कमाई अब घटकर डेढ़ सौ से दो सौ रुपए हो गई है.
गर्मी के चलते बिहार में बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक बीमार पड़ रहे हैं. हालात को देखते हुए बिहार सरकार ने सभी अस्पतालों को अलर्ट मोड में रहने का निर्देश दिया है. अत्यधिक गर्मी और कई जिलों में तापमान 46 डिग्री सेल्सियस पहुंचने के चलते आठ जून तक प्रदेश के सभी शिक्षण संस्थानों को बंद करने का फैसला लिया गया है. बिहार के मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा ने गुरुवार को सभी जिलों के पदाधिकारियों को एक पत्र लिखकर कहा था कि बिहार के अधिकांश जिले पिछले कुछ दिनों से अप्रत्याशित भीषण गर्मी के साथ-साथ लू के प्रकोप में है. गया, औरंगाबाद, कैमूर जैसे जिलों में तापमान 46 डिग्री सेल्सियस से भी ज्यादा दर्ज किया जा रहा है. यही स्थिति कमोबेश अन्य सभी जिलों की भी है.
बिहार में आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के प्रतिनिधि द्वारा यह अनुमान लगाया गया कि ऐसी स्थिति 8 जून तक बने रहने की संभावना है. ऐसे में यह निर्णय लिया गया है कि सभी सरकारी एवं निजी विद्यालय (कोचिंग संस्थान सहित) एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में 8 जून तक शिक्षण कार्य बंद रखा जाए, ताकि गर्मी के प्रकोप से बच्चों को बचाया जा सके.
— भारत एक्सप्रेस
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