
‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत की थलसेना, वायुसेना और नौसेना का जॉइंट ऑपरेशन है. 1971 युद्ध के बाद यह पहली बार हुआ है, जब पाकिस्तान के खिलाफ बड़ी सैन्य कार्रवाई में तीनों सेनायें शामिल हों. यही नहीं देश के इतिहास में पहली बार प्रेस कॉन्फ्रेंस में आर्मी और वायुसेना की महिला अफसर शामिल हुईं और विदेश सचिव विक्रम मिसरी के साथ उन्होंने ऑपेरशन की जानकारी दी. आर्मी की कर्नल सोफिया कुरैशी और एयरफोर्स की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने ऑपरेशन के बारे में बताया. जिसके बाद पहलगाम में धर्म पूछ कर मासूमों की हत्या करने वालों को, भारत का धर्म पता चल गया.
भारतीय सेना ने 6 मई की रात 1:05 बजे पाकिस्तान और PoK में एयर स्ट्राइक कर 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, जिसमें 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए. वहीं इस हमले में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद चीफ मौलाना मसूद अजहर के परिवार के 10 सदस्य और 4 सहयोगी मारे गए.
बौखलाया पकिस्तान
‘ऑपरेशन सिंदूर’ से पकिस्तान बौखला गया और गुरुवार को लगातार दूसरी रात जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामूला, उरी और अखनूर में गोलाबारी की. भारतीय सेना ने भी जवाबी कार्रवाई की. अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है लेकिन बुधवार को पुंछ में LoC पर फायरिंग के चलते कुछ भारतीयों की मौत हो गई . इसके बाद बुधवार-गुरुवार की आधी रात अमृतसर और जालंधर में धमाकों की आवाज सुनाई दी लेकिन यह साफ नहीं है कि धमाके किस वजह से हुए. हालांकि, अमृतसर के पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत भुल्लर ने कहा, “मैंने भी धमाकों की आवाज सुनी है, लेकिन हमने मौके पर जाकर जांच की और कुछ नहीं मिला. हमने सावधानी बरतते हुए ब्लैकआउट कर दिया है.”
भारत के खिलाफ जिहाद का एलान
‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने ना केवल पहलगाम हमले का बदला लिया बल्कि भारत हुए कई आतंकी हमले में शामिल आतंकी संगठनों को तबाह कर दिया, जिसके आतंकी संगठन बौखला गये और भारत के खिलाफ जिहाद का एलान कर दिया. खबर के अनुसार दक्षिण एशिया में अलकायदा की शाखा है जिसका नाम AQIS यानि AL QAEDA IN THE SUBCONTINENT है, जिसने पाकिस्तान में भारत की एयर स्ट्राइक के बाद बयान जारी करते हुए भारतीय हमले को आक्रामकता बताते है और भारत के खिलाफ जिहाद का आह्वान किया है. आतंकी संगठन ने भारतीय उपमहाद्वीप के सभी मुजाहिदीन और मुसलमानों से भारत के खिलाफ जिहाद में शामिल होने को कहा है.
AQIS के पत्र का हिंदी आनुवाद
खबर के अनुसार AQIS का जो पत्र सामने आया है उसके कुछ अंश में कहा गया है कि “ 6 मई, 2025 की रात को, भारतीय भगवा सरकार ने पाकिस्तान में कई स्थानों पर बमबारी की, विशेष रूप से मस्जिदों और बस्तियों को निशाना बनाया. इन बम विस्फोटों के कारण कथित तौर पर कई मुसलमान शहीद हुए और घायल हुए हैं, वास्तव में, हम अल्लाह के हैं, और उसी की ओर लौटेंगे. अल्लाह शहीदों की शहादत को स्वीकार करे, उन्हें अल-फिरद्रेस (सर्वोच्च स्वर्ग) में एक ऊंचा स्थान प्रदान करे, और घायलों को पूर्ण और शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करे, आमीन. निस्संदेह, यह बमबारी “भगवा शासन” द्वारा किए गए अपराधों की लंबी सूची में एक और काला अध्याय जोड़ती है. यह सर्वविदित है कि इस्लाम और मुसलमानों के खिलाफ भारत का युद्ध पहलगाम की हाल की घटना से शुरू नहीं हुआ था, यह आक्रमण दशकों से जारी है. हिंदुत्व से प्रेरित ‘भगवा आतंकवादी’ और उनकी मोदी-नेतृत्व वाली सरकार वर्तमान में सैन्य, राजनीतिक, सांस्कृतिक, वैचारिक और मीडिया-आधारित युद्ध लड़ रही है ताकि पूरे उपमहाद्वीप से इस्लाम और मुसलमानों को खत्म किया जा सके.
पत्र में आगे लिखा है कि “इस्लाम के सभी मुजाहिदीनों और उपमहाद्वीप के मुसलमानों के लिए, भारत के खिलाफ यह युद्ध जिहाद फी सबीलिल्लाह है. अल्लाह के वचन को बुलंद करने, इस्लाम और मुसलमानों की रक्षा करने और उपमहाद्वीप के उत्पीड़ित लोगों का समर्थन करने के लिए इस संघर्ष में शामिल होना हमारा कर्तव्य है. दावत और जिहाद, दोस्तों और दुश्मनों, सच और झूठ के साथ-साथ उपमहाद्वीप में जिहाद फ़ी सबीलिल्लाह के उद्देश्यों के बारे में हमारे रुख पहले से ही प्रसिद्ध हैं. अब उपमहाद्वीप के मुसलमानों के लिए इन रुखों और उद्देश्यों के समर्थन में उठ खड़े होना पहले से कहीं अधिक आवश्यक है. इस अवसर पर, हम अपनी प्रतिज्ञा को नवीनीकृत करते हैं कि, अल्लाह की मदद से, हम इस संघर्ष को तब तक जारी रखेंगे जब तक कि हम इस्लाम और मुसलमानों के खिलाफ उनकी धरती पर किए गए हर अन्याय का बदला नहीं ले लेते, और जब तक कि अल्लाह का शब्द उसकी धरती पर ऊंचा न हो जाए.”
एक्शन में भारत
इधर पहलगाम हमले पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पर्यटकों और स्थानीय लोगों से अपील की है कि अगर उनके पास हमले से जुड़ी कोई जानकारी, फोटो या वीडियो हो तो तुरंत एजेंसी से संपर्क करें. वहीँ, अमृतसर में सिरिवेनेला के ADCP-2 ने बताया कि केंद्र सरकार ने नॉर्थ और नॉर्थ-वेस्ट इंडिया के 21 एयरपोर्ट 10 मई तक बंद कर दिए हैं. यहां से कोई फ्लाइट ऑपरेशन नहीं होगा. इसमें अमृतसर एयरपोर्ट भी है.
-भारत एक्सप्रेस
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