पुलिस की गिरफ्त में आरोपी (फोटो सोशल मीडिया)
Kanpur News: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले से बड़ी खबर सामने आ रही है. यूपी की अंडर-23 क्रिकेट टीम में अपने बड़े भाई का चयन कराने के लिए छोटे भाई ने आपराधिक कदम उठा डाला और मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा बनकर यूपीसीए सीनियर चयन समिति के अध्यक्ष प्रवीण गुप्ता को फोन कर डाला और फिर कॉल व मैसेज के जरिए उनके ऊपर दबाव बनाने लगा, लेकिन जब यूपीसीए अध्यक्ष को दाल में कुछ काला लगा तो उन्होंने खुद ही इस पूरे मामले को जानने के लिए मुख्य सचिव से संपर्क किया तो पूरी बात खुलकर सामने आ गई. इसके बाद पुलिस ने जांच के बाद फर्जी मुख्य सचिव बने युवक के साथ ही उसके भाई और पिता को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
मीडिया सूत्रों के मुताबिक, कानपुर के बर्रा दो निवासी अटल मिश्रा का 22 साल का बड़ा बेटा ईशान उर्फ मानू क्रिकेट खेलता है और काफी प्रयासों के बाद भी कई वर्षों से उसका चयन यूपी टीम में नहीं हो पा रहा था. इस पर ईशान ने अपने छोटे भाई अंश उर्फ चीनू और पिता के साथ मिलकर योजना बनाई और फिर अंश ने अपनी योजना को अंजाम देने के लिए प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा के नाम से फर्जी वाट्सएप अकाउंट बनाया और प्रोफाइल में फोटो भी लगा दी. इसके बाद उसी नंबर से 10 अक्टूबर से 29 अक्टूबर के बीच मुख्य सचिव बनकर प्रवीण गुप्ता को कई बार कॉल व मैसेज किया. खबर सामने आई है कि इस दौरान कॉल और मैसेज के जरिए अंश ने यूपी अंडर-23 क्रिकेट टीम में ईशान के चयन को लेकर भारी दबाव बनाया. इस पूरे प्रकरण को लेकर यूपीसीए के सीईओ अंकित चटर्जी ने मीडिया को जानकारी दी कि जब कॉल और मैसेज के जरिए कुछ शक हुआ तो मुख्य सचिव से बात की गई. इस पर पूरा मामला साफ हो गया तो पूरे मामले को लेकर पुलिस को जानकारी दी गई.
दूसरी ओर सोमवार को जांच-पड़ताल के बाद पुलिस ने अटल मिश्रा को उनके दोनों बेटों ईशान व अंश के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. थाना प्रभारी सूर्यबली पांडेय ने बताया कि तीनों आरोपितों पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है. थाना प्रभारी ने आगे जानकारी दी कि आरोपितों के पास से बरामद मोबाइल की जांच में अंश के मोबाइल पर चल रहे वाट्सएप पर मुख्य सचिव का प्रोफाइल फोटो लगा अकाउंट प्राप्त हुआ है.
-भारत एक्सप्रेस